पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन को राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा अपने लिए निजी क्षति बताया गया है. वहीं इसके बाद जब उप राष्ट्रपति लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में सुषमा को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे तो उनके पार्थिव शरीर के सामने फफक-फफक कर वे रो पड़े. नायडू पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को छोटी बहन मानते थे जो कि हर रक्षाबंधन पर उन्हें राखी बांधती थीं.
बता दें कि इससे पहले राज्यसभा में सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए वेंकैया नायडू द्वारा कहा गया कि वह एक सक्षम प्रशासक और जनता की सच्ची आवाज थीं. वेंकैया नायडू के मुताबिक, सुषमा एक रोल मॉडल के तौर पर उभरीं थी और उन्हें ऐसी मंत्री के रूप में जाना गया जिनसे सबसे आसानी से संपर्क हो सकता था.
बता दें कि आज राज्यसभा में पूरे सदन में मौन रखकर सुषमा स्वराज को याद किया गया और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. मोदी सरकार में सुषमा स्वराज के साथ कैबिनेट मंत्री रह चुके नायडू द्वारा बताया गया कि वह मुश्किल वक्त का भी हंसकर सामने करने में सक्षम और एक महान वक्ता थीं. बता दें कि सुषमा का कल दिल्ली के एम्स में सीने में तेज दर्द उठने के बाद निधन हो गया था.