आसिफ ने PakPassion को दिए इंटरव्यू में कहा कि तब खिलाड़ियों को प्रदर्शन नहीं, बल्कि संबंधों के आधार पर चुना जा रहा था. स्थिति ऐसी थी कि जो बल्लेबाज हर पारी में 25 रन बना रहे थे, उन्हें भविष्य का खिलाड़ी और हीरो बताया जाता था. बिना प्रदर्शन गेंदबाजों को मौके पर मौके दिए गए. मेरे लिए ये बात निराशाजनक थी. मुझे पता था कि लोग मुझे खेलना छोड़ने के लिए संकेत देने की कोशिश कर रहे थे.
मैं युवा गेंदबाजों को कोचिंग देना चाहता था: आसिफ
उन्होंगे आगे कहा कि मैं खेलना जारी रखना चाहता था, लेकिन हालात देखकर मैंने दूसरे विकल्पों के बारे में सोचना शुरू कर दिया था और कोचिंग पर फोकस किया. मुझे 2016 में अफगानिस्तान दौरे पर देश के युवा तेज गेंदबाजों के साथ जाने को कहा गया. हालांकि, उस समय में अफगानिस्तान में हालात ठीक नहीं थे और इसी वजह से मुझे वो ऑफर ठुकराना पड़ा. मैं इसे दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं क्योंकि मैं खुद युवा तेज गेंदबाजों के साथ काम करना चाहता था.
आसिफ पर 7 साल का बैन लगा था
बता दें कि आसिफ 2010 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल पाए गए थे. तब उन्होंने पैसों के लिए नो बॉल फेंकी थी. दोषी पाए जाने पर उन पर 7 साल का बैन लगा था. इसी मामले में बल्लेबाज सलमान बट्ट भी दोषी पाए गए थे. दोनों को इस अपराध की वजह से जेल भी जाना पड़ा था. बैन के बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी की कोशिश की थी. ताकि वहां अच्छा प्रदर्शन कर वो दोबारा राष्ट्रीय टीम में जगह बना सकें. लेकिन उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा. साथी खिलाड़ियों के साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का उनके प्रति रवैया ठीक नहीं रहा था.
आसिफ पीसीबी पर बुरा बर्ताव करने का भी आरोप लगा चुके
आसिफ पहले भी ये बात कई बार कह चुके हैं. उन्होंने साल भर पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दूसरा मौका नहीं देने का आरोप लगाया था. तब आसिफ ने कहा था कि फिक्सिंग में शामिल मैं कोई पहला या आखिरी गेंदबाज नहीं हूं. मेरे से पहले और बाद में भी कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने ऐसा किया है. लेकिन उनकी टीम में वापसी हो गई. मगर मेरे साथ बोर्ड का बर्ताव अच्छा नहीं रहा.
आसिफ ने 2005 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था
आसिफ ने 2005 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने पाकिस्तान के लिए सिर्फ 23 टेस्ट ही खेले. इसमें उन्होंने 24.36 की औसत से 106 विकेट लिए थे. वहीं, इस तेज गेंदबाज ने 38 वनडे में 46 भी लिए. आसिफ ने पाकिस्तान के लिए 11 टी20 मुकाबले में 13 विकेट हासिल किए थे. हालांकि, स्पॉट फिक्सिंग के कारण 7 साल का बैन झेलने वाले इस गेंदबाज की दोबारा पाकिस्तान टीम की ड्रेसिंग रूम में वापसी हुई.