नैनीताल, कोविड के बढ़ते मामलों के बीच आया नया साल 2022 पर्यटन कारोबार के लिहाज से संजीवनी लेकर आया। पर्यटकों की भारी आमद से नैनीताल में ही करीब एक अरब से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। हिमपात ने भी पर्यटकों को पहाड़ों की ओर आकर्षित किया। अब भी पर्यटक वीकेंड और नए साल का जश्न मनाने के लिए रुके हुए हैं।
कोविड काल में पर्यटन पर असर पड़ा तो अक्टूबर की आपदा के बाद भी पर्यटन व्यवसाय लड़खड़ा गया। इसके बाद थर्टी फस्र्ट पर व्यवसायियों की उम्मीद जा टिकी थी, जो पूरी भी हो गई। आलम यह रहा कि शहर के होटल और गेस्ट हाउस पैक हो गए और पर्यटकों को रामगढ़-मुक्तेश्वर की राह पकडऩी पड़ गई। जानकारों के अनुसार, शहर में करीब चार हजार से अधिक पर्यटक वाहनों की एंट्री हुई।
चिडिय़ाघर में एक दिन में रिकॉर्ड करीब 1300 पर्यटकों ने वन्य जीवों को करीब से निहारा। वाटरफाल में रिकॉर्ड 700 पर्यटक पहुंचे। पर्यटन विशेषज्ञ प्रवीण शर्मा के अनुसार, थर्टी फस्र्ट व नए साल के पहले दिन एक अरब से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली में प्रतिबंध की वजह से कुछ बुकिंग निरस्त नहीं होती तो और इसमें ओर बढ़ोतरी होती।
नैनीताल में करीब 13 हजार लोग पर्यटन कारोबार पर निर्भर
नैनीताल समेत पंगोट, किलबरी, मंगोली आदि क्षेत्रों में पांच सौ से अधिक होटल गेस्ट हाउस हैं, जबकि 200 से अधिक रेस्टोरेंट हैं। इनमें करीब 10 हजार से अधिक कामगार हैं। इसके अलावा नैनीताल में एक हजार नौका चालक-संचालक, टैक्सी ट्रेवल्स में करीब आठ सौ और पार्किंग आदि व्यवसाय पूरी तरह पर्यटकों पर निर्भर है। सड़कों, पार्क के आसपास पांच सौ से अधिक के छिटपुट कामगारों की आमदनी भी पर्यटन पर ही निर्भर है।