कभी -कभी कोई असफलता किसी व्यक्ति या खिलाड़ी के लिए प्रेरक बन जाती है. ऐसा ही कुछ स्टार निशानेबाज गगन नारंग के साथ भी हुआ .टारगेट ओलम्पिक पोडियम (टॉप्स) स्कीम में खराब फार्म और फिटनेस के कारण हटाए गए गगन नारंग ने जर्मनी के हैनोवर में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप में पुरूषों की एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया.
बता दें कि इस प्रतिस्पर्धा में गगन ने दो अंकों के अंतर से स्वीडन के मार्कस मैडसेन को हराया. 247.6 के स्कोर के साथ स्वीडन के मार्कस मैडसेन ने रजत पदक और अमेरिका के जार्ज नॉर्टन को 225.9 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता.इसके पूर्व भारतीय निशानेबाका गगन ने 622.4 का स्कोर हासिल करते हुए चौथे स्थान के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. स्टार निशानेबाज नारंग ने एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में 249.6 का स्कोर कर स्वर्ण पदक जीता.
उल्लेखनीय है कि गगन के लिए यह स्वर्ण उपलब्धि इसलिए अहम है , क्योंकि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भी गगन का प्रदर्शन निराशाजनक रहने पर केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से ओलम्पिक और वैश्विक स्पर्धाओं की तैयारियों के लिए बनाई गई टॉप्स योजना से उन्हें बाहर कर दिया गया था.वर्ष 2012 लंदन ओलम्पिक के कांस्य पदक विजेता गगन के अलावा 12 एथलीटों को बाहर कर दिया गया.