राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके में एक दुकान से नाबालिग बच्ची का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि एक 14 वर्षीय लड़की का आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके की एक दुकान के अंदर मिला। लड़की का नौ दिन पहले अपहरण कर लिया गया था और उसका गला घोंटने से पहले कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक व्यक्ति को सोमवार तड़के गिरफ्तार किया गया जबकि दूसरा फरार है।
दिल्ली पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुकान में काम करने वाले एक मजदूर को सन्नोथ गांव से गिरफ्तार किया गया। वह दिल्ली से मुंबई भागने की कोशिश कर रहा था इसी दौरान पुलिस ने उसे धर दबोचा। उन्होंने कहा कि अपराध में शामिल दूसरे व्यक्ति को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किशोरी का 12 फरवरी को अपहरण हुआ था और तीन दिन बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस उपायुक्त (आउटर नॉर्थ) बृजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि किशोरी के लापता होने के एक हफ्ते बाद पुलिस को दुकान से दुर्गंध आने के बारे में एक दुकानदार का फोन आया। दुकानदार ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले का एक मजदूर, जिसे वह काम पर रखता था, अनुपस्थित था। पुलिस ने जब दुकान की तलाशी ली तो उसमें लापता किशोरी का शव आंशिक रूप से क्षत-विक्षत पाया गया। उन्होंने कहा कि बोरी दुकान के एक कोने में गाय के गोबर के ढेर के नीचे मिली थी।
पुलिस उपायुक्त ने आगे बताया कि पुलिस ने तकनीकी निगरानी और सूत्रों का उपयोग करते हुए पहले आरोपी को पकड़ लिया जिससे पूछताछ में पता चला कि उसने और उसके साथी ने मेट्रो विहार में शराब पी थी और फिर काम के बहाने उसे फोन किया। उन लोगों ने लड़की को धोखे से बुलाया और एक-एक करके उसके साथ बलात्कार किया और फिर उसका गला घोंट दिया। उन्होंने बताया कि फरार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है। हम उसके संभावित ज्ञात स्थानों और हरदोई जिले में भी छापेमारी कर रहे हैं। डीसीपी ने कहा कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए बीजेआरएम अस्पताल जहांगीरपुरी की मोर्चरी में रखवाया गया है।