कोरोना से छह माह के संघर्ष में दिल्ली में कई बार उतार चढ़ाव आए। एक समय संक्रमण दर करीब 33 फीसद तक पहुंच गई थी। इस तरह संक्रमण चरम पर पहुंचने के बाद स्थिति संभली तो संक्रमण दर गिरकर करीब पांच फीसद पर नीचे आ गई। तब लगा कि सब कुछ ठीक हो गया, लेकिन एक बार फिर बढ़ते संकमण ने दिल्ली को चिंता में डाल दिया है। 10 से 20 अगस्त के बीच आए मामलों की तुलना में पिछले माह अंतिम 11 दिनों में 55 फीसद मामले अधिक आए हैं। फिर भी डॉक्टर कहते हैं कि घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना के खिलाफ यह लड़ाई अभी लंबी चलेगी, लेकिन जीत जरूर होगी। वैसे भी दिल्ली जीत की राह पर है। सीरो सर्वे में यह बात सामने आ चुकी है कि करीब एक तिहाई आबादी कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुकी है, इसलिए पहले की तरह मामले बढ़ने की आशंका नहीं है।
60 फीसद तक पहुंच सकते हैं एंटीबॉडी पॉजिटिव लोग
यह भा कहा जा रहा है कि अगले कुछ महीने में एंटीबॉडी पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा 60 फीसद के आसपास पहुंच सकता है। तब लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो सकती है। तब तक लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने कहा कि कोरोना जिस तरह का वायरस है, उसके अनुसार मामले थोड़े घट-बढ़ सकते हैं। दिल्ली में करीब 30 फीसद लोग संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं। इसलिए उम्मीद है कि संक्रमण बहुत ज्यादा नहीं बढ़ेगा। लेकिन अभी 70 फीसद लोग संक्रमण से बचे हुए हैं। जिन्हें संक्रमण होने का खतरा है, इसलिए मामले थोड़ जरूरत बढ़ सकते हैं। लोग भी थोड़ी लापरवाही कर रहे हैं।
लोगों में हो रहा हल्का संक्रमण
उन्होंने कहा कि जिन्हें पहले संक्रमण हो चुका है उनमें दोबारा संक्रमण नहीं देखा जा रहा है। पहले मध्य दिल्ली, दक्षिण पूर्वी व पूर्वी दिल्ली से मामले अधिक आ रहे हैं। अभी दक्षिण पश्चिमी दिल्ली व पश्चिमी दिल्ली में मामले बढ़ सकते हैं। पहले तीन-चार महीने तक ज्यादातर लोगों ने घर के कामकाज के लिए घरलू सहायकों की मदद लेना छोड़ दिया था। अब दोबारा घरेलू सहायकों की मदद लेने लगे हैं। मामले बढ़ने का यह भी एक कारण है। फिर भी डरने की बात नहीं है। क्योंकि ज्यादातर लोगों में हल्का संक्रमण हो रहा है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि संक्रमण अब भी बरकरार है। तीसरे सीरो सर्वे में पता चलेगा कि अब दिल्ली में कितने लोगों में एंटीबॉडी विकसित हो गई है। जब 60 फीसद आबादी एंटीबॉडी पॉजिटिव हो जाएगी तो यह बीमारी काफी हद तक दूर हो जाएगी। सफदरजंग अस्पताल के प्रोफेसर डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि घर से बाहर निकलने पर लोग मास्क का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। ज्यादातर लोग मास्क नाक से नीचे रखते हैं। शारीरिक दूरी के नियम का भी ठीक से पालन नहीं हो रहा है। यदि घर से बाहर निकलने पर सभी लोग मास्क लगाएं, एक से दो मीटर की शारीरिक दूरी बनाकर रखें व नियमित हाथ धोते रहें तो संक्रमण से काफी हद तक बचा जा सकता है
अगस्त में आए कोरोना के मामले
- अगस्त में पहले 10 दिन में आए मामले- 10,536
- 10 से 20 अगस्त के बीच आए मामले- 11,220
- 20 से 31 अगस्त के बीच आए मामले- 17,394
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