प्रयागराज से वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर का सफर आसान होगा। प्रयागराज से इन स्थानों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण शास्त्री पुल पर आवागमन आरामदायक होगा। के लिए आवागमन होता है। गंगा नदी पर बने शास्त्री पुल की रिपेयरिंग के लिए 80 लाख रुपये का बजट हो चुका है। बारिश के मौसम के बाद पुल की रिपेयरिंग पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड तीन कराएगा। यानी तीन माह बाद मरम्मत का कार्य होगा।
2200 मीटर लंबा शास्त्री पुल पूर्वांचल के जिलों को जोड़ता है : शास्त्री पुल की लंबाई 2200 मीटर है। यह अति व्यस्त पुल है। यह पुल पूर्वांचल के गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़, वाराणसी आदि जिलों को प्रयागराज से जोड़ता है। गंगा पर बने शास्त्री पुल की रिपेयरिंग का काम तीन माह के लिए टाल दिया गया है।
80 लाख रुपये का बजट : प्रयागराज में फाफामऊ पुल के बाद पीडब्ल्यूडी को शास्त्री पुल की रिपेयरिंग करनी थी। इसके लिए 80 लाख रुपये का बजट उपलब्ध हो चुका है। पुल पर नई सड़क बनाई जानी है। इसमें लगभग एक माह से अधिक का समय लगेगा। इधर, 14 जून से मानसून आने के आसार हैं। बारिश से सड़क बनाने में दिक्कत आएगी, साथ ही आवागमन प्रभावित होगा। जिला प्रशासन से रूट डायवर्जन की अनुमति भी नहीं दी है। इसके चलते रिपेयरिंग का काम टाल दिया गया है। अब अक्टूबर अथवा नवंबर के बीच रिपेयरिंग कराई जाएगी।
बारिश के मौसम के बाद होगी पुल की रिपेयरिंग : पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-तीन के अधिशासी अभियंता अजय गोयल का कहना है कि बारिश के पहले शास्त्री पुल की रिपेयरिंग होनी थी। इधर, बारिश का मौसम करीब है, इसी कारण रिपेयरिंग टाल दी गई है। अब बारिश खत्म होने के बाद रिपेयरिंग की जाएगी।
उखड़ी सड़क पर दुर्घटना की आशंका : शास्त्री पुल से प्रतिदिन 60 हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है। इन दिनों पुल की सड़क जगह-जगह उखड़ चुकी है। ओवरलोड के कारण सड़क कई जगह काफी क्षतिग्रस्त हो गई है। ऐसे में किसी भी समय हादसा होने की भी आशंका रहती है।