अपनी बेस्ट साड़ी का डीप नेक ब्लाउज़ हो या फिर लहंगे की चोली, उन्हें पहनते हुए एक बार अपनी बैक, ख़ासतौर से गर्दन के आसपास के हिस्से पर ख़ास ध्यान देना चाहिए। आमतौर पर महिलाएं अपने चेहरे, हाथ, पैरों का तो ख़ास ध्यान रखती हैं लेकिन बैक भूल जाती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो अंग दिखने वाले होते हैं, हमारा सारा ध्यान उसी पर जाता है। लेकिन किसी ख़ास ड्रेस का गला डीप होने पर बैक का कुछ हिस्सा भी दिखता है। अगर वो आपकी बाकी की त्वचा की तरह ग्लो नहीं कर रहा, साफ नहीं दिख रहा तो सारा फैशन धरा का धरा रह जाता है। इसी वजह से महिलाएं बैक पर भी ब्लीच करवाती हैं।
पीठ पर ब्लीच करवाने से वो पहले से कहीं ज़्यादा आकर्षक तो लगने लगती हैं लेकिन कई बार ये आपको नुकसान भी पहुंचा जाती है। इसलिए पीठ पर ब्लीच करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए-
इसके लिए ध्यान दे की ज़्यादातर ब्लीचिंग क्रीम में सोडियम हाइपोक्लोराइट मौजूद होता है जिससे आपकी स्किन पर रिऐक्शन हो सकता है।इसमें कैल्शियम हाइपोक्लोराइट, हाइड्रोजन पैरॉक्साइड, सोडियम परकार्बोनेट और डिथियोनाइट होता है, जिसके लगातार इस्तेमाल से आपकी स्किन सेंसिटिव हो सकती है और उस पर पिगमेंटेशन भी हो जाते हैं।आपको स्किन 6 महीने में एक बार ब्लीच करनी चाहिए। अगर आपको पहले से पिगमेंटेशन, ड्राई स्किन आदि स्किन की प्रॉब्लम्स हैं तो ब्लीच से बचना चाहिए।
टिप्स: घरेलु ब्लीच लगाएं।नींबू, आलू आदि कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो नैचुरल ब्लीच का काम करते हैं। एक बात ध्यान रखें, किसी भी तरह की ब्लीच करने के बाद धूप में बाहर न जाएं, इससे त्वचा में जलन और अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।ब्लीचिंग प्रॉडक्ट पर लिखी जानकारी भी अच्छी तरह से पढ़ लें।