अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तीसरी बहस के दौरान प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टिप्पणी की है. भारत को लेकर की गई टिप्पणी अब बहस का बड़ा मुद्दा बन गई है. ट्रंप ने पेरिस के जलवायु परिवर्तन समझौते से हटने के अपने कदम का बचाव करते हुए बहस के दौरान भारत में ‘FilthyAir’ की बात कही. इसके बाद ट्विटर पर #HowdyModi हैशटैग के साथ यूजर्स और कई विपक्षी नेताओं ने सरकार की आलोचना की. जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी ने पिछले साल रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ टेक्सास के शहर ह्यूस्टन में ट्रंप के साथ एक रैली की थी. इस रैली को “#HowdyModi” नाम दिया गया था.
लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया-
कुछ लोगों ने जहां भारत में वायु प्रदूषण की समस्या को स्वीकार किया, वहीं कुछ अन्य लोगों ने ट्रंप के साथ मोदी की ‘मित्रता’ और पिछले साल अमेरिका में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम को लेकर तंज भी कसा. वहीं, कुछ लोगों ने शहरों के प्रदूषण की तस्वीरें भी साझा की. वहीं, एक यूजर ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण स्तर को लेकर लिखा, ‘ट्रंप गलत नहीं थे. उसने राजधानी दिल्ली और आसपास के प्रदूषण का स्तर बताने वाला ऐप और अमेरिका में प्रदूषण का हाल बताने वाले ऐसे ही ऐप के स्क्रीनशॉट जारी किए. इसमें दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 567 था, जबकि वाशिंगटन में यह महज 25 था. उसने लिखा कि सिर्फ प्रदूषणरहित दीपावली का ज्ञान देने की जरूरत नहीं है.
कपिल सिब्बल ने भी कसा तंज-
केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत की हवा को गंदी बताना ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम का परिणाम है. सिब्बल ने ट्वीट किया, ट्रंप: मित्रता का लाभ, एक- भारत में कोरोना से मौत के आंकड़ों पर उठाए सवाल, दो- भारत की हवा गंदी है, तीन- भारत को टैरिफ किंग बताया. ‘हाउडी मोदी’ का परिणाम. उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री की पिछले साल सितंबर में अमेरिकी यात्रा (खासकर ह्यूस्टन रैली) के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं. पीएम ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ रिश्तों का दावा किया था. लेकिन ट्रंप भारत में कोविड की मौतों पर सवाल खड़े कर रहे हैं.