हिन्दू धर्म में रूद्राक्ष का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, मान्यता के अनुसार रूद्राक्ष के माध्यम से मानव जीवन को सफल बनाया जा सकता है। इतना ही नहीं इसके द्वारा आप अपने जीवन में चल रही समस्त समस्या का समाधान भी कर सकते है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप समस्या के अनुरूप ही रूद्राक्ष धारण करें। आज हम आपसे मानव जीवन में इसी रूद्राक्ष के महत्व के बारे में चर्चा करने वाले है।
रुद्राक्ष का महत्व- यह एक फल की गुठली है। इसका विशेष औषधीय और आध्यात्मिक महत्व है। मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से पैदा हुआ था। रुद्राक्ष को पहनने या विशेष प्रयोग करने से विशेष फल मिलता है। रुद्राक्ष अकाल मृत्यु और शत्रु बाधा से रक्षा करता है। कुल मिलाकर एक से लेकर चौदह मुखी रुद्राक्ष पाए जाते हैं। इसके अलावा गौरी-शंकर और गणेश रुद्राक्ष भी पाया जाता है।
15 रुद्राक्ष की माला से शिव मंत्र जाप करने पर भगवान शिवजी की विशेष कृपा मिलती है। 25 रुद्राक्ष की माला से मंत्र जाप करने पर सभी दुखों का नाश होता है। 27 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होती है। 30 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने पर धन संपंति और सुख मिलता है। अगर 54 रुद्राक्ष वाली माला से मंत्र जाप करने पर मानसिक शांति मिलती है और 108 रुद्राक्ष की माला सभी मालाओं में सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इस माला से जाप करने पर जीवन में सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।