गोरखपुर महानगर को जल्द ही 35 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी। इलेक्ट्रिक बस की लगातार बढ़ रही कमाई और मांग से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत खुश हैं। अच्छी सुविधा देने के लिए उन्होंने अफसरों की पीठ थपथपाई है। 15 इलेक्ट्रिक बसों से रोजाना एक लाख रुपये से ज्यादा की कमाई हो रही है।
अभी चल रही हैं 15 इलेक्ट्रिक बसें, रोजाना एक लाख से ज्यादा कमाई
पिछले साल 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के नए सदन भवन का लोकार्पण करने के साथ ही इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। खुद मुख्यमंत्री एक इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर मोहद्दीपुर तक गए भी थे। तब नगर निगम को 25 इलेक्ट्रिक बसें मिलनी थीं लेकिन 15 बसें ही मिल पायीं। नगर विकास के अफसरों ने जल्द 10 और बसें देने का आश्वासन दिया था।
इलेक्ट्रिक बस की लगातार बढ़ रही कमाई और मांग से मुख्यमंत्री खुश
इस बीच गोरखपुर दौरे पर आये मुख्यमंत्री ने गोरखपुर महानगर और आसपास के इलाकों में इलेक्ट्रिक बस संचालन की लगातार बढ़ रही मांग को देखते हुए 25 और बसें देने के निर्देश दिए हैं। इस तरफ पहले की 10 और अब 25 बसों को मिलाकर गोरखपुर को मिलने वाली बसों की संख्या 35 हो जाएगी।
दो बड़ी इलेक्ट्रिक बसें भी आ चुकी हैं
एयरपोर्ट से महानगर के पर्यटन स्थलों और प्रमुख स्थानों तक जाने के लिए नगर विकास विभाग ने 54 सीटर दो इलेक्ट्रिक बसें भी गोरखपुर में भेजी हैं। एक बस की कीमत 1.38 करोड़ रुपये है। नगर विकास विभाग इन बसों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। जल्द ही यह बसें भी चलने लगेंगी।
भटहट, सहजनवां तक बस सुविधा
नागरिकों की मांग को देखते हुए इलेक्ट्रिक बस की सेवा में लगातार विस्तार किया गया। पहले सहजनवां और बाद में भटहट तक इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। नागरिक पिपराइच, मोतीराम अड्डा, सिक्टौर आदि रूटों पर भी इलेक्ट्रिक बस संचालन की मांग कर रहे हैं।
किराया सस्ता, ज्यादा सुरक्षित
इलेक्ट्रिक बस का किराया सस्ता होने के साथ ही यात्रा भी सुरक्षित है। तीन किलोमीटर तक का किराया सिर्फ पांच रुपये है। इसके बाद दूरी के हिसाब से किराया बढ़ता जाता है। सभी बसें पूर्णतया वातानुकूलित हैं। बसों में पैनिक बटन भी है। आपातकालीन स्थिति में इसे दबाने से कंट्रोल रूम को सूचना मिल जाएगी। बसों में कैमरे भी लगाये गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महानगर को जल्द 35 इलेक्ट्रिक बसें मिल जाएंगी। इसके साथ ही बसों की संख्या 50 हो जाएगी। दो बड़ी बसें भी जल्द संचालित होंगी। महानगर के साथ ही आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों की सहूलियत के लिए मुख्यमंत्री ने ज्यादा से ज्यादा बसें संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। – अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।