जर्मनी में चोरों ने अजीबोगरीब तरीके से एक म्यूजियम में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पकड़े जाने और म्यूजियम में लगे एलार्म से बचने के लिए पहले यहां लगे बिजली के पैनल में आग लगा दी उसके बाद कुल्हाड़ी से डिस्पले को तोड़ा फिर अंदर जाकर वहां से 18 वीं सदी के अनमोल जेवरों को चुरा लिया।
चोरों ने समझा कि बिजली की सप्लाई बंद होने से अब वो कैमरे में कैद नहीं होंगे मगर म्यूजियम में लगे कैमरों ने अपना काम जारी रखा और दो लोगों के म्यूजियम के अंदर घुसने की पूरी तस्वीर रिकार्ड कर ली। पुलिस को जब यहां पर चोरी होने की सूचना मिली तो उन्होंने यहां लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक किया, उसी में ये वीडियो देखने को मिला। यह चोरी हाल के वर्षों में जर्मनी की दूसरी सबसे बड़ी और हाईप्रोफाइल चोरी है। 2017 में बर्लिन के बोडे म्यूजियम से 100 किलो और 24 कैरेट सोने का एक सिक्का चोरी हुआ था।
एक तिहाई हिस्से में लगाई सेंध
सोमवार को चोरों ने जिस ऐतिहासिक हिस्से में सेंध लगाई, उसमें म्यूजियम का करीब तीन चौथाई खजाना शामिल है। इस म्यूजियम में रोजाना एक निश्चित संख्या में ही दर्शकों को जाने की इजाजत मिलती है। दूसरे विश्वयुद्ध में शाही महल को काफी नुकसान हुआ था और ग्रीन वॉल्ट कई दशकों तक बंद रखा गया था। साल 2006 में दोबारा से मरम्मत करने के बाद ही इसे आम लोगों के लिए खोला गया।
शाही महल के ग्रीन वॉल्ट में बेशकीमती चीजें
सडेन के शाही महल के ग्रीन वॉल्ट में 4000 से ज्यादा अनमोल और बेशकीमती चीजें रखी हुई हैं। इनमें सोना, चांदी, जवाहरात और हाथीदांत भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार सोमवार को चोर यहां से कुछ अनमोल चीजें चुराने में कामयाब हो गए हैं। चोर जिन चीजों को चुराकर ले गए हैं उनमें एक बेशकीमती हीरा भी है जो 18वीं सदी में सैक्सनी के शासक ऑगस्टस द स्ट्रांग के संग्रह का हिस्सा है।
सारी चीजें ले जाने में कामयाब नहीं हुए चोर
म्यूजियम के निदेशक का कहना है कि पहले हीरे के गहनों के तीन सेट के चोरी होने की आशंका जताई गई थी मगर जब जांच की गई तो उसके मुकाबले कम चीजें चोरी होने की बात सामने आई। म्यूजियम के अधिकारियों का कहना है कि अपराधी सारी चीजें ले जाने में कामयाब नहीं हुए, मगर वो जो चीजें ले गए हैं फिलहाल इनकी ठीक ठीक कीमत नहीं बता सकते क्योंकि ये चीजें अनमोल हैं।
कैसे की चोरी
बताया जाता है कि सोमवार को तड़के सुबह चोरों ने म्यूजियम के पास एक इलेक्ट्रिक पैनल में आग लगाई। पैनल में आग लगने की वजह से यहां सड़क पर रोशनी के लिए लगी स्ट्रीट लाइटें बंद हो गई और अलार्म बजने बंद हो गए।
सीसीटीवी चालू रहे
बिजली नहीं होने के बावजूद यहां निगरानी के लिए लगे कैमरों ने अपना काम करना जारी रखा। इसी कैमरे में दो लोगों के म्यूजियम में अंदर घुसने की पूरी घटना कैद हो गईं। पुलिस ने जो वीडियो जारी किया है उसमें टॉर्च लिए आदमी को कुल्हाड़ी से डिस्प्ले को तोड़ते देखा जाता है। सीसीटीवी देखने के बाद पुलिस ने कहा कि इस चोरी को चोरों ने महज कुछ मिनटों में ही अंजाम दे डाला।
ऑडी कार से भागे और कार को लगा दी आग
पुलिस के अनुसार म्यूजियम में चोरी करने के बाद चोर बाहर खड़ी ऑडी कार में सवार होकर भाग गए। पुलिस ने जब इस कार की तलाश की तो पता चला कि इस तरह की एक कार शहर के किसी और हिस्से में जलती हुई मिली है। पुलिस इस गाड़ी की छानबीन कर रही है।
विश्व की धरोहर हुई है चोरी
ग्रीन वॉल्ट के निदेशक डिर्क सिंड्राम का कहना है कि गहनों के जिन सेटों की चोरी की गई वे एक तरह से विश्व के लिए धरोहर हैं। इनको म्यूजियम में देखने के उद्देश्य से रखा गया था और सुरक्षा के भी सारे इंतजाम थे, उसके बाद भी चोरों ने अब सप्लाई बंद करके इसे अंजाम दिया।
क्या है ग्रीन वॉल्ट
1723 में सैक्सनी के तत्कालीन शासक ऑगस्टस द स्ट्रांग ने ग्रीन वॉल्ट को बनवाया था। ड्रेसडेन स्टेट आर्ट कलेक्शन की 12 म्यूजियमों में से एक है। यूरोप के सबसे पुराने म्यूजियम में से एक ग्रीन वॉल्ट के खजाने में 63.8 सेंटीमीटर की एक मूर की प्रतिमा भी है जिस पर 547.71 कैरेट के नीलम की मणि लगी हुई है। इसे रूस के जार पीटर प्रथम ने भेंट दिया था।