बता दें कि अरसे से बीमार चल रही जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ गया था। उनकी हालत बेहद नाजुक बतायी जा रही थी। चेन्नई के अपोलो अस्पताल ने रविवार शाम बताया कि वह हृदय विशेषज्ञ समेत कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में हैं।
68 वर्षीय जयललिता को हार्ट अटैक होने की खबर लगते ही चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल के बाहर उनकी कुशलक्षेम जानने के लिए अन्नाद्रमुक के रोते-बिलखते कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। अम्मा के लाखों समर्थकों ने उनके जल्द ठीक होने की कामना शुरू कर दी। अस्पताल को चारों ओर से बेरीकेडिंग करके घेर लिया गया है।
क्या हुआ अब तक
-ऐहतियात के तौर पर स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है।
-पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मुस्तैद रहने के आदेश दिए गए हैं।
-अस्पताल के बाहर भारी संख्या में समर्थकों का जमावड़ा है।
-जयललिता के स्वास्थ्य के लिए उनके समर्थक राज्य के अलग-अलग जगहों पर पूजा अर्चना कर रहे हैं।
-अर्धसैनिक बलों को भी सचेत रहने के निर्देश।
– राष्ट्रपति, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख करुणानिधि, विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
– रैपिड एक्शन फोर्स की नौ यूनिट को जरूरत पड़ने पर भेजने के लिए तैयार रखा गया है। हर यूनिट में करीब 100 सुरक्षाबल होते हैं।
22 सितंबर को अस्पताल में हुईं थीं भर्ती
जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले स्पेशल रूम में लाया गया, जहां पार्टी के मुताबिक ‘लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह थी। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर अपनी सेहत में आए सुधार को ‘पुनर्जन्म’ बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं।
चेन्नई में अपोलो अस्पताल के बाहर बिलखते जया समर्थक
पुलिस के दो सौ जवानों को सुरक्षा कारणों से तैनात करने के लिए बुलाया गया है। सूत्रों के मुताबिक गमगीन माहौल के बीच अर्द्धसैनिक बलों को तैनाती के लिए अलर्ट किया गया है। राज्यपाल सी. विद्यासागर राव भी मुंबई से चेन्नई पहुंच गए हैं। इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य की जानकारी ली है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है। अस्पताल में ही अन्नाद्रमुक के कुछ मंत्रियों और विधायकों ने कैबिनेट की आपात बैठक भी की है।
इससे पहले, अपोलो के डॉ. सुब्बैया विस्वनाथन ने एक बयान जारी कर बताया कि कार्डियोलाजिस्ट, पालमोनोलाजिस्ट समेत कई विशेषज्ञ अन्नाद्रमुक सुप्रीमो का इलाज कर रहे हैं। जबकि रविवार को दिन में ही सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने बयान जारी कर बताया कि जयललिता जल्द घर लौटेंगीं। उन्हें एम्स के विशेषज्ञों की एक टीम ने जांच के बाद पूरी तरह से स्वस्थ बताया है। एम्स के डाक्टरों ने जयललिता की जांच विगत शनिवार को की थी। उनका कहना था कि वह पूरी तरह से ठीक हो चुकी हैं।
राज्यपाल विद्यासागर राव अपोलो में जया से मिलने पहुंचे
उल्लेखनीय है कि जयललिता करीब ढाई महीने से बीमार चल रही हैं। उन्हें कमजोरी और बुखार से पीडि़त होने के बाद विगत 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन बाद में इलाज के दौरान उनके फेफड़े में संक्रमण के चलते सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी। तब से उनका इलाज अपोलो अस्पताल में ही चल रहा है।
अस्पताल के बाहर भारी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद