छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक बेटे ने अपने पिता की हत्या कर दी। पिता के नशे की लत से परेशान होकर बेटे ने पहले उसे शराब पिलाई उसके बाद उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद बेटे ने पिता की लाश को खेत में दफना दिया। नशे की लत हंसते खिलखिलाते परिवार को तबाह कर देती है। इसी का उदाहरण देखने को मिला छत्तीसगढ़ के भिलाई में। एक बेटे ने अपने पिता की हत्या की और उनकी लाश को खेत में दफना दिया। बेटा अपने पिता की नशे की आदत से परेशान था और अंत में उसने पिता को ही मारने का फैसला कर लिया।
क्या है पूरा मामला
ये पूरा मामला भिलाई के बोरी थाना क्षेत्र का है। बोरी थाना क्षेत्र के ग्राम परसदाखुर्द निवासी सूरज पटेल ने अपने ही पिता पवन कुमार पटेल की हत्या करने के बाद उसकी लाश को खेत में दफना दिया। आरोपी युवक अपने पिता के शराब और गांजा पीने की आदत से परेशान था। उसका पिता जमीन बेचकर पूरे रुपये को नशा करने में बर्बाद करता था। नशे के लिए पिता अपनी जमीन बेचता था जिसके चलते परिवार को आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा था।
अपने पिता की नशे की लत से परेशान होकर सूरज पटेल ने ये कदम उठाया। उसने गुरुवार की रात को अपने पिता को शराब पिलाई और उसे छत से धक्का दिया। इसके बाद गैंती और फावड़ा से मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद सूरज ने अपने पिता की लाश को खेत में दफना दिया।
हुआ था पिता-पुत्र में विवाद
पवन कुमार पटेल की नशे की लत से बेटा सूरज परेशान था। गुरुवार को आरोपित ने अपने रिश्ते के मामा रामकुमार पटेल की बाड़ी में इस घटना को अंजाम दिया था। सूरज ने अपने मामा रामकुमार पटेल की बाइक मांगी। बाइक बाड़ी में बने कमरे में थी। इसलिए रामकुमार पटेल ने बाड़ी की चाबी आरोपित को दे दी।
सूरज बाइक से अपने पिता पवन कुमार पटेल को लेकर ग्राम बिरेझर से नंदकट्ठी गया। नंदकट्ठी शराब दुकान से शराब लेने के बाद वे दोनों रामकुमार पटेल की बाड़ी पर पहुंचे। वहां बने मकान की छत पर बैठकर दोनों ने शराब पी। नशे की हालत में पिता और पुत्र के बीच विवाद हुआ।
दोनों के बीच में झगड़ा इतना बढ़ गया कि सूरज ने अपने पिता को छत से धक्का दे दिया। छत से गिरने के बाद पवन कुमार को गंभीर चोटें आई थी लेकिन उसकी सांसे चल रही थीं।
फावड़ें से की हत्या
सूरज ने पिता को छत से धक्का तो दिया था लेकिन उसकी सांसे चल रही थीं। सूरज ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया। सूरज कुमार पटेल ने कमरे से गैंती और फावड़ा लाकर उससे मारकर अपने पिता की हत्या कर दी।
पिता की हत्या करने के बाद सूरज लाश को घसीटकर बाड़ी के एक किनारे ले गया और वहां पर गड्ढा खोदकर शव दफना दिया। पिता की हत्या करने और लाश को ठिकाने लगाने के बाद सूरज घर जाकर सो गया।