छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठन स्थापना दिवस मना रहा है। नक्सल प्रभावित बस्तर और उससे लगे सीमावर्ती जिलों में कई जगहों पर माओवादियों ने बैनर लगाए हैं। दक्षिण बस्तर के बीजापुर जिले के भोपालपटनम, भैरमगढ़, उसूर और उत्तर बस्तर के कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर से पखांजूर मार्ग पर जातावाड़ा के समीप नक्सलियों ने संगठन की वर्षगांठ मनाने संबंधी अपील जारी किया। बैनर-पर्चे में 21 से 27 सितंबर तक वर्षगांठ मनाने की बात कही गई है। नक्सली पर्चे और बांधे गए बैनर को जब्त कर नक्सलियों के विरुद्ध जंगल में सर्चिंग अभियान बढ़ाया गया है। जवान भी अलर्ट हैं।
सूचना पर फोर्स और पुलिस के जवानों ने नक्सली बैनर-पैम्फ्लेट जब्त किया है। नक्सलियों के स्थापना दिवस को लेकर पुलिस भी अलर्ट है। नक्सलियों ने फेंके पर्चों में संगठन और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आदिवासियों के बारे में भी लिखा है। नक्सलियों ने पर्चे में कहा है कि दुनिया की साम्राज्यवादी अर्थव्यवस्था दिन-ब-दिन गहरे संकट में जा रही है। संगठन और जनाधार को बढ़ाते हुए जनयुद्ध को बढ़ाने का आह्वान किया गया है।
नेशनल हाईवे में पेड़ काटकर गिराया
छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा से लगे गरियाबंद जिले में माओवादियों द्वारा शुक्रवार को पेड़ काटकर नेशनल हाईवे जाम करने की खबर है। नक्सलियों ने तोरेंगा और जुगाड़ के बीच नेशनल हाईवे-130 सी को पेड़ गिराकर जाम कर दिया है। नक्सलियों ने बैनर लगाए और पर्चे भी फेंके हैं। सूचना पर फोर्स के जवानों ने बैनर जब्त कर हाईवे में आवाजाही को बहाल किया। माओवादी बैनर-पोस्टर और पर्चे मिलने के बाद पुलिस भी अलर्ट है। बता दें कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों के दबाव में नक्सली बैकफुट पर हैं। बीहड़ जंगलों में फोर्स के कैंप खोले गए हैं।