हांगकागं के मसले पर अमेरिका की प्रतिक्रिया में चीन ने भी अमेरिका से आने वाले लोगों के वीजा पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि चीन ने अमेरिका के कर्मचारियों पर वीजा पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका की तरफ से हांगकांग से संबंधित मुद्दों पर खराब बर्ताव के बाद यह फैसला लिया गया है. इससे पहले अमेरिका ने चीनी लोगों के वीजा पर पाबंदी लगाने का फैसला किया था.
अमेरिका ने शुक्रवार को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था. अमेरिका ने उन पर हांगकांग में मानवाधिकारों और स्वतंत्रता के बुनियादी अधिकारों के हनन का आरोप लगाया था.
इसके बाद चीन ने भी हांगकांग संबंधित मुद्दों को लेकर चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने के अमेरिका के फैसले का कड़ा विरोध जताया था. साथ ही चीन ने कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए वह मजबूत कदम उठाता रहेगा.
कोरोना वायरस का पूरी दुनिया में संक्रमण फैलने के बाद से अमेरिका और चीन के रिश्ते खराब हुए हैं. हांगकांग के लिए चीन के सुरक्षा कानून ने ट्रंप को विशेष आर्थिक पैकेज को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रेरित किया जिसने हांगकांग को एक वैश्विक वित्तीय केंद्र रहने की अनुमति दी है.
बहरहाल, जारी बयान में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन को चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा में अपनी प्रतिबद्धताओं और दायित्वों का सम्मान करने का आह्वान किया था.
अमेरिका ने कहा था कि हांगकांग को अपनी स्वायत्तता का इस्तेमाल करने का पूरा अधिकार है. इसमें मानव अधिकार और मौलिक स्वतंत्रता, जिसमें अभिव्यक्ति और शांति की स्वतंत्रता भी शामिल है. इन अधिकारों का हांगकांग प्रशासन की तरफ से संरक्षित किया जाना चाहिए.
अमेरिका के फैसले पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. चीन ने शनिवार को हांगकांग संबंधित मुद्दों को लेकर चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने के अमेरिका के फैसले का कड़ा विरोध जताया. साथ ही चीन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए वह मजबूत कदम उठाता रहेगा.