गुजरात के कच्छ जिले में रविवार को 3.1 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि इससे किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने कहा कि भूकंप सुबह करीब 8:38 बजे आया जो यह दुधई के 26 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में 9.3 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था. कच्छ जिला आपदा प्रबंधन इकाई ने कहा कि इससे किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
अहमदाबाद से 300 किलोमीटर से अधिक दूर ‘अत्यधिक उच्च भूकंपीय क्षेत्र’ में स्थित कच्छ में नियमित रूप से हल्का भूकंप आता रहता है. इससे पहले, इस साल 21 अगस्त को जिले में 4.1 एक तीव्रता का भूकंप आया था जिसका केंद्र धौलावीरा के निकट था. गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार साल 2001 में कच्छ में आया भूकंप बीती दो सदी में आया तीसरा सबसे बड़ा और भारत में सबसे विनाशकारी भूकंप था जिसमें हजारों लोग मारे गए थे.
भूकंप के दौरान ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. यदि कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर -आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.