सेना दिवस के मौके पर शुक्रवार को आर्मी चीफ एमएम. नरवणे ने देश को संबोधित किया. इस दौरान सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल देश ने चीन सीमा पर एक मुश्किल का सामना किया, जिसका कड़ा जवाब दिया गया. गलवान घाटी की घटना में जो जवान शहीद हुए, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे ने अपने संबोधन में कहा कि चीन के साथ अभी तक आठ दौर की बातचीत हो चुकी है, मुश्किल चुनौतियों के बाद भी जवानों ने हालात का सामना किया है. यहां सेना प्रमुख बोले कि वो देश को भरोसा दिलाते हैं कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं.
सेना प्रमुख बोले कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहा है. अभी भी सीमा के पार आतंकी लॉन्चपैड पर 300 से 400 आतंकी मौजूद हैं, लेकिन सेना हर मुश्किल के लिए तैयार है. सीमा पर पाकिस्तान ने करीब 40 फीसदी तक सीजफायर उल्लंघन को बढ़ाया है.
आर्मी चीफ एम.एम. नरवणे ने अपने संबोधन में कहा कि जम्मू-कश्मीर में करीब 200 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है, पाकिस्तान की सीमा से सटी हुई कई सुरंगें भी सामने आई हैं.
पूर्वोत्तर का जिक्र करते हुए सेना प्रमुख बोले कि नॉर्थ ईस्ट में करीब 600 सरेंडर अबतक किए जा चुके हैं, जबकि म्यामांर की सेना के साथ हाल ही में एक ज्वाइंट ऑपरेशन को पूरा किया गया.