गर्मी के मौसम में दिल के मरीजों के लिए खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। बाहर का बढ़ता तापमान हमारे दिल पर बहुत प्रभाव डालता है। शरीर को ठंडा करने के लिए पसीने की जरूरत होती है। इस कारण हमारा शरीर स्वत: ठंडा हो जाता है, लेकिन अगर किसी कारणवश शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता है, तब हमारे दिल को रक्त को पंप करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम के तापमान में बढ़ रही गर्मी के कारण पिछले चंद सालों से दिल से जुड़ी बीमारियां- खास तौर पर हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए गर्मी के मौसम में दिल के मरीजों को इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
गर्मियों में दिल के मरीजों के लिए 10 टिप्स
गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहने के लिए हाई ब्लड प्रेशर वालों और हृदय रोगियों को इन बातों पर अमल करना चाहिए …
- अत्यधिक गर्मी के कारण अगर आप बेचैनी या स्वयं को असहज महसूस करते हों, तब अपना ब्लड प्रेशर चेक करें या कराएं। अगर ब्लड प्रेशर हाई है, तो डॉक्टर के परामर्श से दवा लें।
- तेज धूप या गर्मी में बाहर जाने से बचें। दोपहर में घर के अंदर वातानुकूलित वातावरण में रहने की कोशिश करें।
- यदि दोपहर के दौरान बाहर जाना जरूरी हो तो पैदल चलते समय छाते का इस्तेमाल करें और छांव में खड़े हों। गर्मी के मौसम में सुबह या शाम को ही घर या दफ्तर से बाहर निकलें।
- यदि मनोरंजन के लिए घर से बाहर जाना चाहते हों तो शॉपिंग सेंटर, पुस्तकालय या सिनेमाघर जैसे वातानुकूलित या शांत स्थानों पर जाएं।
- यदि आपका घर वातानुकूलित नहीं है तो दोपहर के समय घर की धूप वाली दिशा में खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें और उन पर मोटे पर्दे लगाकर रखें। यदि जरूरी न हो, तो कमरे में लाइट भी न जलाएं।
- यदि आप एसी लगा सकते हैं तो एसी जरूर लगाएं और दोपहर में एसी में ही रहें। तेज गर्मी में सिर्फ पंखा आपके लिए पर्याप्त नहीं होगा।
- अधिक गर्मी होने पर ठंडे पानी से नहाएं या स्पंज करें।
- गर्मियों में हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।
- आउटडोर गतिविधियों में भाग न लें।
- बार-बार पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें। चाय-कॉफी और शराब के सेवन से बचें।
- घर से बाहर निकलते वक्त सेल फोन को अपने साथ रखें। किसी गर्म जगह में अधिक गर्मी महसूस होने या शरीर में किसी तरह की तकलीफ महसूस होने पर अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों या रिश्तेदारों को फोन करें।
बुजुर्गों को रखना चाहिए ध्यान
हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के दिनों में बुजुर्गों को खास तौर पर सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषकर वैसी स्थिति में जब उन्हें उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर), कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा हुआ हो, मोटापा हो या फिर डायबिटीज हो।
डिहाइड्रेशन और दिल का दौरा
पिछले साल अस्पतालों में दिल के दौरे के मरीजों के आने का सिलसिला तुलनात्मक रूप से बढ़ गया था और इसका कारण गर्मी का तेजी से बढ़ना था। तपतपाती गर्मी में दिल के दौरे अधिक बढ़ने का मुख्य कारण डिहाइड्रेशन है, जिसे लोग आमतौर पर नजरअंदाज करते हैं, लेकिन यह जानलेवा बन सकता है। अधिक गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन से ग्रस्त व्यक्तियों को दिल का दौरा पड़ने की आशंका बहुत अधिक होती है। बहुत अधिक समय तक तेज धूप या गर्मी में रहने पर ब्लड प्रेशर में गिरावट आ जाती है। हाल के दिनों में वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण गर्मी के दिनों में दिल के मरीजों के लिए खतरे और बढ़ गए हैं। डिहाइड्रेशन की वजह से हमारे शरीर में सोडियम और पोटैशियम की मात्रा में गड़बड़ी पैदा हो जाती है।