- आगरा में निजी अस्पताल ने कोविड-19 के इलाज में की थी मनमानी वसूली
- जनता दर्शन में शुक्रवार को मुख्यमंत्री से की थी शिकायत: मुख्यमंत्री कार्यालय ने निजी अस्पताल पर की त्वरित कार्रवाई
- शिकायतकर्ता को निजी अस्पताल की ओर से वसूला गया मनमाना धन उसी दिन कराया गया वापस
लखनऊ: कोविड 19 से संक्रमित बूढ़ी मां का इलाज कराने वाले आगरा के निवासी आशीष पाठक को राज्य सरकार ने न्याय दिलाया है। मां का इलाज कराने में लाचार आशीष से निजी अस्पताल ने जबरन मनमानी वसूली की थी जिसको दे पाने में वो असमर्थ था। उसने इसकी शिकायत गत शुक्रवार को मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में की जिसका मुख्यमंत्री कार्यालय ने त्वरित संज्ञान लिया l जिसके बाद जिलाधिकारी आगरा ने उसकी शिकायत की तसदीक करते हुए निजी अस्पताल के खिलाफ कठोर कारवाई की। शिकायतकर्ता से वसूली गई मनमानी रकम भी उसी दिन शुक्रवार को ही वापस करवाई ।
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आगरा के मौरई गांव के खन्दौली थाना के आशीष पाठक ने अपनी मां श्रीमती गुड़िया देवी को यशवंत हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर न्यू आगरा में भर्ती कराया। 23 अप्रैल से 11 मई तक 17 दिनों तक चले इलाज में आशीष से इलाज के नाम पर अनावश्यक चार्ज वसूले गये। आशीष ने इसकी शिकायत राज्य सरकार से की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसकी मां वेंटीलेटर पर नहीं रही फिर भी 06 दिन का लेवल तीन वेंटीलेटर चार्ज 1, 50, 000 रुपये उससे वसूल किया गया। आईसीयू का चार्ज 20 हजार प्रतिदिन के हिसाब से 06 दिन का जोड़ते हुए 1 लाख 20 हजार रुपये वसूल किया। यही नहीं जनरल वार्ड का चार्ज 18 दिन के हिसाब से 90 हजार रुपये और डॉक्टर का विजटिंग चार्ज 2 हजार प्रतिदिन के हिसाब से 08 दिन का 16 हजार रुपये वसूल किया जबकि वे सिर्फ एक दिन विजिट पर आए थे। दवाएं भी बाजार मूल्य से डैढ गुना महंगे दामों पर दी गईं जिनका बिल लगभग 1 लाख 49 हजार उससे वसूला गया। इतना ही नहीं अस्पताल में डॉक्टर का खर्चा दो हजार प्रतिदिन के हिसाब से 34 हजार और आरएमओ चार्ज 1000 प्रतिदिन के हिसाब से 17 हजार उससे वसूल किया गया।
निजी अस्पताल की ओर से मनमानी और अनावश्यक रकम दे पाने में अस्मर्थ आशीष ने सीएमओ के माध्यम से राज्य सरकार से इसकी शिकायत की। जिसके बाद सरकार के निर्देश पर जिलाधिकारी आगरा ने पड़ताल शुरु की। पड़ताल में निजी अस्पताल को दोषी पाया गया। जिसके बाद उसपर कठोर कारवाई की गई। आशीष को न्याय दिलाते हुए उससे की गई मनमानी वसूली की रकम को निजी अस्पताल से वापस कराया गया। आशीष को सरकार से मिले न्याय के बाद काफी राहत है। उसने सरकार की ओर की गई उसकी मदद के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है। गौरतलब है कि सीएम योगी ने कोविड 19 के दौरान मनमानी वसूली करने वाले निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिये थे। जिसके बाद से अब तक कोविड 19 के इलाज के दौरान मरीजों के तीमारदारों से जबरन अनावश्यक वसूली करने वाले कई निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।