देव दीपावली का पर्व हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह दिवाली के ठीक 15 दिनों बाद मनाया जाता है। आपको बता दें कि कार्तिक मास की पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में इस बार कार्तिक पूर्णिमा की शुरूआत आज यानी 18 नवंबर से हो रही है जो 19 नंवबर तक मनाई जाने वाली है। यानी इस बार यह पर्व दो दिन मनाया जाने वाला है।
आपको बता दें कि देव दीपावली के दिन भी घरों में दिए जलाए जाते हैं है और पूजा पाठ किया जाता है। कहा जाता है कार्तिक पूर्णिमा पूजा पाठ से भगवान हमेशा प्रसन्न होते हैं। इसी के साथ इस दिन पूजा पाठ, दान आदि करने से खास पुण्य की प्राप्ति होती है। हालाँकि इस दिन कुछ गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए, आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर न करें ये गलतियां-
* कहा जाता है कार्तिक पूर्णिमा एक बेहद पवित्र दिन होता है ऐसे में इस दिन किसी से भी बहस नहीं करना चाहिए। इसी के साथ किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं करना चाहिए और अपशब्द नहीं कहना चाहिए।
* इस दिन तामसी चीजों का सेवन ना करें। नॉनवेज और शराब का सेवन ना करें।
* इस दिन किसी असहाय या गरीब व्यक्ति का अपमान न करें बल्कि उन्हें दान दें।
* इस पवित्र दिन नाखून और बाल काटने से भी बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करके लोग जीवन में परेशानियों को बुलावा देते हैं।
ये है शुभ मुहूर्त-
पूर्णिमा तिथि शुरू : 18 नवंबर, गुरुवार को दोपहर 12 बजे से
पूर्णिमा तिथि समाप्त : 19 नवंबर, शुक्रवार को दोपहर 02:26 मिनट तक
प्रदोष काल मुहूर्त : 18 नवंबर शाम 05:09 से 07:47 मिनट तक