देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड मेजबान की भूमिका में है। अन्य राज्यों से लेकर वार्ता कर कांवड़ यात्रा के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भी ध्यान रखना पड़ेगा कि इससे कहीं कोरोना संक्रमण न बढ़े।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा केवल उत्तराखंड का विषय नहीं। इसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा व मध्यप्रदेश आदि राज्य शामिल हैं। यह श्रद्धा व आस्था से जुड़ा आयोजन है। यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना न बढ़े। ऐसा न हो कि कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं के जानमाल को खतरा हो।
सरकार की पहली प्राथमिकता है कि किसी की जान न जाए। चाहे वह कांवड़ यात्रा वाले हों या फिर अन्य लोग। भगवान को भी यह अच्छा नहीं लगेगा कि किसी की जान जाए। इस मसले पर अधिकारी स्तर की बैठक हो चुकी है। जरूरत पडऩे पर उच्च स्तरीय बैठक भी की जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार अच्छी, सस्ती और 24 घंटे बिजली दे रही है। उत्तराखंड के हित में आगे जो होगा, वह भी किया जाएगा।
जनसंख्या, भू-कानून व अन्य कानून, जो राज्य और जनमानस के हित में होगा, उसे अमल में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मिलने गए। उनसे प्रदेश की विभिन्न योजनाओं के बारे में बात हुई। सभी ने प्रदेश को यथासंभव मदद का भरोसा दिया है। इसके लिए वह प्रधानमंत्री समेत सभी का धन्यवाद करते हैं।