पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने उन्हें राजनेता नहीं बल्कि आतंकवादी बताया है। उन्होंने कहा कि इमरान खान एक राजनेता नहीं बल्कि एक आतंकवादी हैं। मरियम औरंगजेब ने इमरान खान के जमान पार्क निवास को आतंकवादियों का बंकर और पेट्रोल बमों की प्रयोगशाला बताया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने उन्हें राजनेता नहीं बल्कि आतंकवादी बताया है। उन्होंने कहा कि इमरान खान एक राजनेता नहीं बल्कि एक आतंकवादी हैं।
आतंकवादियों का बंकर हैं इमरान खान का घर- मरियम औरंगजेब
सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने इमरान खान के जमान पार्क निवास को आतंकवादियों का बंकर और पेट्रोल बमों की प्रयोगशाला बताया है। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए औरंगजेब ने आरोप लगाया कि पिछले साल अप्रैल में सत्ता गंवाने के बाद इमरान खान पागल हो गए और अब वह राजनेता से आतंकवादी बन गए हैं, जो राज्य की संस्था पर हमला कर रहे हैं।
‘सुरक्षा से किया समझौता तो छिड़ सकता है गृहयुद्ध’
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस का मुख्य काम अदालतों को सुरक्षा प्रदान करना है जो न्याय की संरक्षक हैं, लेकिन अगर राज्य न्यायपालिका और सुरक्षा प्रवर्तकों के अधिकार से समझौता किया जाएगा तो देश में गृहयुद्ध छिड़ जाएगा। संघीय मंत्री के अनुसार, अगर इमरान को कानून का उल्लंघन करने की अनुमति दी गई तो उनके संगठन के गुंडे और आतंकवादी हर गली से निकलेंगे और अदालतों और पुलिस पर हमला करेंगे। उन्होंने आगे कहा यदि आप सोचते हैं कि एक इमरान को संरक्षण और यह रियायत देने से इस देश में कानून का शासन होगा, तो आप गलत हैं।
‘इमरान ने समर्थकों को न्यायपालिका पर हमला करने के लिए उकसाया’
उन्होंने आगे कहा कि अदालतें पिछले साल 23 अगस्त से एक व्यक्ति को समन भेज रही हैं, लेकिन वह पेश नहीं हुआ और जब अदालत ने उसे गिरफ्तार करने और पेश करने का आदेश दिया है तो उसने अपने समर्थकों को न्यायपालिका पर हमला करने के लिए उकसाया है। मरियम ने आगे कहा कि देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था कि किसी अपराधी को अदालत में बुलाया गया हो और उसे अपनी कार से हाजिरी देने की सुविधा प्रदान की गई हो।
‘इमरान के शासन के दौरान बढ़ी महंगाई’
पीएमएल-एन नेता ने आगे कहा कि इमरान खान ने अपने कुशासन के दौरान राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया, जिससे लोग बेरोजगार हो गए और उन्हें दो समय के भोजन के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीटीआई शासन के दौरान आटा और चीनी, खाना पकाने के तेल और बिजली जैसी खाद्य वस्तुओं की कीमतों ने आसमान को छुआ हैं, जिससे आम आदमी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।