कोरोनावायरस का खौफ अब उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है। यहां लगातार एक के बाद एक कार्यक्रम स्थगित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब देहरादून स्थित वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान का सेमिनार स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि गुरुवार को उत्तराखंड शासन ने 12 तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
उत्तराखंड सरकार महामारी रोग 1897 अधिनियम के तहत जिलाधिकारियों को अधिकृत कर सकती है। इसके तहत जिलाधिकारी को किसी भी जगह मॉल, सिनेमा और पब्लिक प्लेस को बंद करने का अधिकार होगा। आज शाम तक अधिसूचना जारी होगी। स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है।
कोरोना के बढ़ते खतरे से प्रदेश सरकार पर दबाव है। जिसे लेकर आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विदेशी पर्यटकों की आवाजाही के चलते होटलाें में सुरक्षा के प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए और जानकारी दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि करोनावायरस की रोकथाम को लेकर वह जनता से अपील करेंगे। कहा कि सूबे के आईसोलेशन वॉर्ड में करीब 248 लोग निगरानी में हैं। 22 हजार से ज्यादा विदेशियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। एयरपोर्ट पर 41 हजार 508 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।
कोरिया, जापान, स्पेन और जर्मनी से आए लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। कहा कि 351 लोग 28 दिन की निगरानी पूरी कर चुके हैं। अभी केवल एक को निगरानी में रखा गया है। उनका लगातार स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 175 लोगों की निगरानी की जा रही है। सभी स्वस्थ हैं। 12 की रिपोर्ट निगेटिव है। बाकी पांच की रिपोर्ट आनी बाकी है। इनमें सभी हरिद्वार और नैनीताल के लोग हैं। राज्य के सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी निगरानी बरती जा रही है। गांव और पंचायतों में जागरुकता कार्यक्रम चल रहे हैं। कोरोना के लिए हेल्प लाइन नंबर 104 (टोल फ्री) है। एहतियातन राज्य के 12वीं तक के सभी स्कूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपील की कि सभी सतर्क रहें, खासी जुकाम का इलाज करें और घबराए नहीं। खांसते वक्त रुमाल का इस्तेमाल करें। नमस्ते करें हाथ न मिलाएं, गले न लगें। अभिवादन का यह सही तरीका है, दुनिया नमस्ते कर रही है। सर्दी जुकाम ये ग्रसित लोग रुमाल और टिश्यू पेपर का उपयोग करें। उन्होंने गुरुवार को प्रदेश में कर्मचारी आंदोलन और कोरोना को लेकर मुख्य सचिव के साथ वार्ता भी की थी।
स्पेन से लौटे एक युवक का कोरोनावायरस संक्रमण की आशंका के मद्देनजर दून मेडिकल अस्पताल में सैंपल लिया गया। सैंपल को जांच के लिए हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज प्रयोगशाला भेजा है। दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों को गहन चिकित्सीय निगरानी की जा रही है। उत्तराखंड में अब तक कोरोना संदिग्ध मानते हुए 12 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बृहस्पतिवार को कोरोना संदिग्ध एक मरीज दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की ओपीडी में पहुंचा। यहां पर एसीएमओ डॉ. एनके त्यागी की टीम ने मरीज का सैंपल लिया। सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि यह व्यक्ति हाल ही में स्पेन से लौटा था। वह यहां नेहरू कॉलोनी का रहने वाला है। उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है।
देश में कोरोना के कई मामले सामने आने पर अब केरल से लौटने वाले लोगों की भी जांच होगी। ऐसे ही एक आर्मी के जवान की जांच कर उसे 14 दिन के लिए निगरानी में रखने को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा हरिद्वार पहुंचे नए 27 विदेशी नागरिकों की स्क्रीनिंग की।
केरल प्रांत में कोरोना वायरस से पीड़ित कई मरीजों के मामले आने पर वहां से यात्रा कर लौटे लोगों की जांच करने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने लिया है। सूचना मिलने पर केरल से लौटे एक आर्मी के जवान की स्क्रीनिंग की गई। जवान को 14 दिन की निगरानी में रखा गया और अन्य लोगों के संपर्क में न आने का परामर्श दिया है।
इसी के साथ हरिद्वार में पहुंचे 27 विदेशी नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई। ये लोग हरिद्वार के विभिन्न होटलों में ठहरे हुए हैं। सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि पर्यटन विभाग के माध्यम से होटलों को नई गाइड लाइन जारी की है, जिसके तहत सभी होटलों को खाली होने पर भी जानकारी देनी होगी।
सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि रेलवे स्टेशन वाली स्क्रीनिंग डेस्क को नई गाइड लाइन जारी की गई है। उन्होंने बताया कि अब प्रत्येक संदिग्ध व्यक्ति की जांच स्टेशन पर करने के बाद ही उसे आगे बढ़ने दिया जाएगा। दूसरी तरफ रोडवेज बस अड्डे पर कोई स्क्रीनिंग डेस्क नहीं है। जबकि बड़ी संख्या में देश और विदेश के यात्री बसों से हरिद्वार पहुंचते हैं।
देशभर में फैले कोरोनावायरस से निपटने के लिए हरिद्वार जिले लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अलग से एक वार्ड बनाया गया है। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता गांव में जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं।
लक्सर रेलवे स्टेशन पर कोरोनावायरस की जांच टीम न मिलने पर वाणिज्य निरीक्षक ने नोडल अधिकारी की क्लास लगाई। साथ ही ड्यूटी पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।