देसी घी का इस्तेमाल सिर्फ खाने के लिए ही नहीं बल्कि पूजा-पाठ के लिए भी किया जाता है. घी से न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि इसके एंटी-ऑक्सीडेंट्स और जरूरी पोषक तत्व सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. अक्सर बाजार के घी में मिलावट कि जाती है, मिलावटी चीज फायदा तो नहीं करती बल्कि सेहत को नुकसान पंहुचा देती है. इसलिए बेहतर है घर पर ही घी बनाइये.बड़ी खबर: बिहार में बड़ा सियासी तूफान… नितीश किसी भी वक्त उठा सकते है ये बड़ा कदम…
घर पर बना घी टेस्ट में भी अच्छा होता है और सेहत के लिए भी अच्छा होता है. देसी घी बनाने के लिए मलाई, घी पकाने के लिए बड़ी कढ़ाई, छननी, मक्खन निकालने की मथनी की जरूरत पड़ेगी. घर में ही मलाई जमा करना शुरू कर दे.
मलाई एक बड़ी में मात्रा में जमा होने के मदद से उसे मथनी की मदद से मलाई को तब तक फेंटे जब तक उसके ऊपर अलग से मक्खन न उतर जाए. मक्खन की परत को अलग से निकाल ले.
मख्खन के इन गोलों को निकाल कर एक अल्फ बर्तन में रख ले. बची हुई मथि मलाई को बर्तन के गैस पर रखे और फेट को पिघलने दे. कम आंच में रख कर इसे सुनहरे-पीले होने तक पकाए.
ध्यान रखे यह कड़ाही की तली में चिपके नहीं. जब मक्खन धीरे-धीरे पिघलकर पकने लगता है तब इसमें घी बनना शुरू हो जाता है. कड़ाही में ऊपर की सतह पर घी तैरने लगेगा. गैस बंद कर दे और घी के ठंडा होने पर छलनी से छान कर दूसरे बर्तन में निकाल ले. देसी घी तैयार है.