आज यानी 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस है। अगर आप भारत के कुछ ऐतिहासिक धरोहर मसलन लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार देखना चाहते हैं तो आज आपको इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। आज आप ताजमहल, लाल किला, हुमायूं का मकबरा सहित सभी ऐतिहासिक धरोहरों पर फ्री एंट्री ले सकते हैं।
भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग (Archaeological Survey of India) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 18 अप्रैल को आप देश में ऐतिहासिक स्मारकों जिनमें औरंगाबाद, बैंगलोर, आगरा, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नै, दिल्ली, धारवाड़ और गोवा में स्थित स्मारक देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कोई टिकट नहीं लेना होगा।
क्या है विश्व धरोहर दिवस का इतिहास
विश्व धरोहर दिवस की शुरुआत 1982 में हुई थी। यूनेस्को से इसे साल 1983 में मान्यता मिली। बता दें कि यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में भारत के 37 स्थल शामिल हैं। इनमें ताजमहल, हंपी, लाल किला, जयपुर का जंतर-मंतर, अजंता-ऐलोरो की गुफाएं जैसी प्राचीन और महत्वपूर्ण जगहें शामिल हैं।
विश्व धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त स्थलों के महत्व, सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरुकता फैलाने के मकसद से विश्व धरोहर दिवस (वर्ल्ड हेरिटेज डे) मनाया जाता है। इस मौके पर लोगों को बताया जाता है कि हमारे ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों को बचाना क्यों जरूरी है। इन्हें अब कितने रखरखाव की जरूरत है। इनका अंतरराष्ट्रीय महत्व होता और इन्हें बचाए रखने के लिए खास कदम उठाए जाने की जरूरत होती है।
स्वच्छता अभियान
मंगलवार से दिल्ली के सभी प्रमुख स्मारकों में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया है, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान सफाई पर जोर रहेगा ही, वहीं पर्यटकों से आग्रह किया जाएगा कि वे स्मारकों को खराब न करें, उन पर कुछ न लिखें। इससे भी स्मारकों को नुकसान पहुंचता है। स्कूली बच्चों के टूर भी आयोजित किए जाएंगे।