बांग्लादेश सीमा से सटे असम के करीमगंज इलाके से बीएसएफ (BSF) ने ‘क्रेजी ड्रग’ के नाम से कुख्यात ‘याबा’ की एक बड़ी खेप को जब्त किया है जिसकी कुल कीमत इंटरनेशनल बाजार में करीब 13 करोड़ आंकी गई है. बीएसएफ के मुताबिक, प्रतिबंधित ‘याबा’ की करीब 13 लाख टेबलेट बरामद की गई हैं. इस मामले में BSF ने असम पुलिस की मदद से एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है.
BSF के आधिकारिक बयान के मुताबिक, एक पुख्ता सूचना के आधार पर बीएसएफ ने राज्य पुलिस के साथ साझा ऑपरेशन में करीमगंज के नीलम बाजार इलाके से समसून नूर नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया, जो नीलम बाजार इलाके का ही मूल निवासी है. उसके कब्जे से प्रतिबंधित याबा टेबलेट ड्रग के 25 पैकेट जब्त किए गए. करीमगंज के एडिशनल SP की मौजूदगी में टेबलेट्स की गिनती की गई तो उनकी गिनती 12.96 हजार आंकी की गई.
पकड़े गए आरोपी से की जा रही है पूछताछ
प्रथमदृष्टया, नीलम बाजार पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की जा रही है और पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसे ड्रग्स की ये खेप कहां से मिली है और कहां वो इसे ठिकाने लगा रहा था. जानकारी के मुताबिक, जिस जगह से समसून नूर को प्रतिबंधित याबा टेबलेट्स के साथ गिरफ्तार किया गया है उसकी दूरी बांग्लादेश सीमा से करीब 14 किलोमीटर है और निकटतम बीएसएफ चौकी करीब 11 किलोमीटर पर है.
सिंथेटिक नारकोटिक्स ड्रग है याबा टेबलेट्स
गौरतलब है कि याबा टेबलेट्स सिंथेटिक नारकोटिक्स ड्रग है और क्रेजी ड्रग के नाम से जानी जाती है. भारत मे इस ड्रग पर बैन है. लेकिन हाल के सालों में इस ड्रग्स की डिमांड उत्तर-पूर्व के राज्यों में काफी बढ़ गई है. यए ड्रग ‘थाई ड्रग’ के नाम से भी जानी जाती है. इसकी स्मगलिंग म्यांमार से उत्तर-पूर्व के राज्यों में की जाती है. इसके अलावा इस ड्रग को भारत के रास्ते बांग्लादेश भी भेजा जाता है.