महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने निजी डॉक्टरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने कहा है कि अब निजी डॉक्टर सरकारी अस्पताल में बैठेंगे। चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशक (मुंबई) ने कहा कि हमने कोरोना वायरस मरीजों का 15 दिन तक उपचार करने के लिए निजी डॉक्टरों से पूछा है।
उन्होंने कहा कि हमने उन सभी निजी डॉक्टरों से कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए कहा है जो 55 वर्ष से कम उम्र के हैं और उनको कॉमरेडिटी (एक से ज्यादा बीमारियों से पीड़ित) नहीं है या जिन्होंने लॉकडाउन के कारण अपने क्लीनिक को बंद कर दिए हैं। ऐसे डॉक्टरों को काम के बदले भुगतान किया जाएगा और उन्हें सुरक्षात्मक गियर भी प्रदान किए जाएंगे।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 15,525 हो गई है। 2819 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 617 लोगों की मौत हो चुकी है।