उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद माफिया अतीक अहमद का राइट हैंड माना जाने वाला शूटर और बमबाज फरार गुड्डू मुस्लिम मेरठ से दिल्ली पहुंचा था। करीब छह प्रदेशों में अपने जानकारों के ठिकाने पर उसने कुछ घंटे या फिर कहीं कुछ दिन भी गुजारे। उसकी आखिरी लोकेशन ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित सोहेला इलाके में मिली।
इसके बाद वह कहां गया, इसका पता लगाने में यूपी एसटीएफ सहित इन सभी प्रदेशों की पुलिस और अन्य एजेंसियां भी लगी हुई हैं। जांच एजेंसियों की मानें तो वह फरारी के दौरान दिल्ली में महज कुछ घंटे ही ठहरा था।
दरअसल, मुठभेड़ में मारे गए असद अहमद और गुलाम के बारे में जब यह जानकारी मिली थी कि ये दोनों फरारी के दौरान कुछ दिन दिल्ली में रुके थे। तभी से अतीक के दिल्ली नेटवर्क को लेकर भी जांच एजेंसियां सतर्क थीं और उससे जुड़ी जानकारी जुटाने में पूरी तरह से चौकस हैं। इस दौरान ही यह खुलासा हुआ कि वह जब प्रयागराज से निकलकर शुरुआती दौर में ही मेरठ में कुछ समय के लिए पनाह ली थी। फिर दिल्ली होते हुए वह राजस्थान के लिए रवाना हो गया।
राजस्थान केे बाद वह अपने किसी जनकार के यहां बिहार के लिए निकला। वहां दबाव बढ़ा तो वह निकलकर पश्चिम बंगाल की तरफ भाग निकला।
गुड्डू के घर पर दिल्ली पुलिस का नोटिस चस्पा
गुड्डू मुस्लिम के तार हथियारों की तस्करी करने वाले गैंग से भी जुड़े हैं। दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में है। कुछ दिन पहले दिल्ली की स्पेशल सेल ने गुड्डू मुस्लिम के पुश्तैनी मकान पर नोटिस चस्पा किया था। हालांकि, घर पर ताला बंद होने के कारण दिल्ली पुलिस का किसी से संपर्क नहीं हो सका।
अब दिल्ली में बयान की तारीख भी बीत चुकी है। इस नोटिस को देखकर आसपास के लोग भी हैरान है। उनका कहना है कि वर्षों से बमबाज यहां नहीं आया। शिवकुटी थाने के पीछे लाला की सरैया मोहल्ले में गुड्डू मुस्लिम का परिवार रहता था। खपरैल के इस मकान में वर्षों से ताला बंद है। लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले एक नोटिस चस्पा किया गया था। राजू पाल हत्याकांड के बाद से गुड्डू ने घर की तरफ से मुंह मोड़ दिया। इसी मोहल्ले में रहने वाली गुड्डू की दो बहनें ने बताया कि उसने वर्षों से संपर्क नहीं किया।