आचार्य चाणक्य की मानें तो घर या मंदिर में पूजा के समय चंदन घिसने वाले पत्थर से अपने आराध्य देव को चंदन नहीं लगाना चाहिए। अगर स्वर्ग के नरेश इंद्र भी ईश्वर को चंदन लगाते हैं तो उनका धन समाप्त हो जाएगा।
आचार्य चाणक्य के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। लोग जीवन में सफल होने के लिए आचार्य की बातों का जरूर अनुसरण करते हैं। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में धन अर्जन के बारे में विस्तार से बताया है। साथ ही यह भी बताया है कि कैसे धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं। अगर आप भी अपने जीवन में धनवान बनना चाहते हैं, तो आचार्य की इन 4 बातों का जरूर ध्यान रखें। आइए जानते हैं-
-आचार्य चाणक्य की मानें तो घर या मंदिर में पूजा के समय चंदन घिसने वाले पत्थर से अपने आराध्य देव को चंदन नहीं लगाना चाहिए। अगर स्वर्ग के नरेश इंद्र भी ईश्वर को चंदन लगाते हैं, तो उनका धन समाप्त हो जाएगा। इसके लिए अपने आराध्य देव को कभी पत्थर के चंदन न लगाएं।
-आचार्य चाणक्य का कहना है कि अधर्म करने वाला व्यक्ति जीवन में बड़ी जल्दी सफलता प्राप्त करता है। उसके धन में बहुत जल्द बढ़ोत्तरी होती है। हालांकि, अधर्मी की बर्बादी निश्चित है। भले ही वह कम समय में धनवान बन जाए, लेकिन उसके धन का एक दिन अवश्य नाश होगा। इसके लिए सत्य की मार्ग पर चलें।
-आचार्य चाणक्य का कहना है कि अपने से अधिक ताकतवर लोगों से दुश्मनी नहीं करनी चाहिए। इससे आयु कम होती है। आसान शब्दों में कहें तो दुश्मनी करने वाले गरीब व्यक्ति की आयु कम होती है। साथ ही धन का भी नाश होता है। इसके लिए अपने से अधिक ताकतवर लोगों से दुश्मनी के बजाय दोस्ती का रिस्ता रखें।
-आचार्य चाणक्य का कहना है कि पैसे वाले व्यक्ति का स्वभाव हमेशा गंभीर होना चाहिए। साथ ही धन को तिजोरी में नहीं रखना चाहिए, बल्कि कारोबार में धन का उपयोग करना चाहिए। इससे धन में वृद्धि होती है। अगर तिजोरी में धन रखते हैं, तो समय के साथ वह खत्म हो जाएगा। अगर आप इन 4 बातों का ध्यान रखते हैं, तो आप जीवन में धनवान बन सकते हैं।