शिखा राघव और उसके साथी पवन ने करीब दो साल पहले राणा प्रतापबाग की रहने वाली संतोष भारद्वाज नाम की महिला से नोटबंदी के वक्त 60 लाख रुपये ठगे थे.
बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला संतोष भारद्वाज की मुलाकात रामलीला के दौरान हरियाणवी सिंगर शिखा राघव व दूसरे कलाकर पवन से हुई थी. दोनों रामलीला में राम-सीता का रोल रहे थे. पीड़िता संतोष सुभाष प्लेस रामलीला में सलाहकार थी.
इसी दौरान नोटबंदी हुई. संतोष के पास 60 लाख रुपये 500 व 1000 के नोट में पड़े थे. उन्होंने बातचीत के दौरान थोड़े रुपयों के बदले संतोष को नोट बदलवाने का झांसा दिया तो संतोष उनके झांसे में आ गई. कई दिनों तक पैसे ना मिलने के कारण शिखा राघव को ठगी का एहसास हुआ.
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संतोष ने मामले की सूचना पुलिस को दी. छानबीन के बाद पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर पवन को गिरफ्तार कर लिया. जबकि सिंगर शिखा राघव फरार हो गई थी. उसे कई दिनों से पुलिस तलाश कर रही थी. फिर पिछले दिनों कोर्ट ने शिखा को भगोड़ा भी करार दे दिया था.
इसके बाद गुरुवार को उत्तरी जिला पुलिस ने शिखा को शूटिंग के दौरान बहादुरगढ़ हरियाणा से गिरफ्तार किया. फिलहाल पुलिस दिल्ली लाकर शिखा से पूछताछ कर रही है. जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी