कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से हज़ारो लोगो की जाने जाती है. रिपोर्ट की माने तो सही समय पर इसके बारे में पता लगा लिया जाये तो इसके शुरुआती चरण में भी रोगी को सही इलाज के माध्यम से बचाया जा सकता है.डोकलाम विवाद: खुन्नस पर उतरा चीन, नेपाल को लालच देकर भारत के खिलाफ…
वैज्ञानिको ने एक ऐसे तरीके को ढूंढ निकाला है. जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का पता लगाने में मदद करता है. जिससे समय रहते कैंसर का इलाज करवाना संभव होगा.
वाशिंगगटन डी. सी. में जोन्स हॉपकिंस किमैल कैंसर सेस्टर के शोधकर्ताओ ने इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने ब्लड सेम्पल के माध्यम से कैंसर के शुरुआती स्टेजेस का पता लगाने में सफलता मिली है.
– रिसर्च के दौरान एक खास टीम बनायीं गयी, जिसमे खून में से ही कैंसर बनाने वाले 58 जींस में हो रहे बदलावों पर अध्यन किया गया. इसके बाद उन्होंने ब्रैस्ट, लांग और कोलोरैक्टल कैंसर से पीड़ित 200 मरीजों के ब्लड सेम्पल पर टेस्टर भी किया गया.
-टीम के द्वारा टारगेट एरर सीक्वैंसिंग तकनीक टार्गेटेड ही हुई. जिसमे जींस के द्वारा हो रहे बदलाव की पहचान की गयी. इस से पता चलता है कि शरीर में 62 प्रतिशत कैंसर का पता लगाया जा सकता है.
-टीम के द्वारा किये गए रीसर्च से पता चलता है कि कोलोरैक्टल कैंसर का पता लगा ना बेहद ही कारगर साबित हुआ. इसके माध्यम से टीम के लोगो ने 42 से 45 लोगो में कैंसर का पता लगाया. यह टेस्ट 44 बिलकुल स्वस्थ मनुष्य पर ट्राय किया गया.