दूल्हा सात-समंदर पार कर (सऊदी) से यहां अपने घर आ न सका। इसकी वजह टेक्निकल अड़चनें थी। दोनों परिवारों के सदस्यों पर हैरानी साफ झलकती दिखी। गोंडा के राधाकुंड के निवासी मोहम्मद अलीम ने अपनी बेटी अकबरी की शादी करनैलगंज के लियाकत अली के बेटे रमजान अली से तय की। मंगलवार शाम को निर्धारित तिथि पर कार को फूलों से सजाया-धजाया गया।
तभी वर-वधू ने तय तिथि पर ही वैवाहिक रस्मों को पूरा करने की इच्छा जताई। उलेमाओं से विकल्प पूछा गया। इसके बाद बिन दुल्हे के ही सजी-धजी कार के पीछे-पीछे बारातियों की फौज निकली। करनैलगंज से यहां जब बारात पहुंची घराती भी दंग रह गये। आखिरकार बारातियों की खातिरदार का दौर खत्म हुआ। तब शुरू हुई रस्म अदायगी। वर-वधू पक्ष की ओर से उलेमाओं ने आनलाइन वीडियो कालिंग के आमने-आमने निकाह पढ़ा। वर-वधू दोनों ने निकाह कबूल किया। नाते-रिश्तेदारों व ईष्ट-मित्रों की तरफ से मुबारकबाद का सिलसिला भी खत्म हुआ।
माध्यम संचार ने सात समंदर पार (सऊदी) में बैठे दूल्हा को दुल्हन से एक कर दिया। अब सभी को दूल्हे के आने का इंतजार है। बताया गया टेक्निकल अड़चनों की वजह से शादी के दिन भले ही दूल्हा नहीं पहुंच पाया। जो अब 15 नवंबर यानी गुरुवार को आने की तैयारी है।