पिस्टल किंग’ जीतू राय ने आईएसएसएफ निशानेबाजी वर्ल्डकप में जबर्दस्त वापसी कर पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. नेपाल के किसान परिवार के बेटे से एक विश्व स्तरीय निशानेबाज तक जीतू राय का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है.
इंदौर के नजदीक महू की आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट (एएमयू) के सुबेदार जीतू राय ने नई दिल्ली में चल रहे वर्ल्ड कप के फाइनल राउंड में 216.7 स्कोर के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक अपनी झोली में डाला. जापान के टोमोयुकी मत्सुदा ने 240.1 अंक के विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता, वियतनाम के झुआन विन्ह होआंग ने दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता.
जीतू राय ने इससे पहले हिना सिद्धू के साथ जोड़ी बनाकर टूर्नामेंट की 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. जीतू और हिना की जोड़ी ने जापान के युकारी कोनोशी और टोमोयुकी मत्सुदा की जोड़ी को फाइनल में 5-3 से हराया.
जीतू राय ने यह मुकाम हासिल करने के लिए काफी संघर्ष किया. नेपाल में पांच भाई-बहनों के साथ रहने वाले जीतू ने जिंदगी की तमाम मुश्किलों को हराने का माद्दा दिखाया. नेपाल में जन्म लेने के बाद वह भारत आए और उत्तर प्रदेश के लखनऊ से उन्होंने कामयाबी की तरफ कदम बढ़ाना शुरू किए, जिसके बाद सफलता की राह पर उनका रथ सरपट दौड़ रहा है.
जीतू राय से जुड़ी कुछ खास बातें
-जीतू राय का जन्म नेपाल में हुआ.
-उन्होंने भारत की नागरिकता हासिल की और 2011 में नेशनल गेम्स में उत्तर प्रदेश की नुमाइंदगी की.
-जीतू राय भारतीय सेना में सुबेदार के पद पर हैं.
-जीतू राय ने 2014 म्यूनिख वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता.
-जीतू राय ने इसके तुरंत बाद मारिबोर में 50 मीटर एयर पिस्टल में सिल्वर और 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता.
-जीतू राय ने नौ दिनों में तीन मेडल जीते और वह एक वर्ल्ड कप में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय निशानेबाज भी बन गए.
-2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में नया रिकॉर्ड बनाते हुए जीतू राय ने गोल्ड मेडल जीता.
-2014 एशियन गेम्स में भी उन्होंने 50 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल पर निशाना साधा.
हालांकि, रियो ओलंपिक में पदक के तगड़े दावेदार होने के बावजूद जीतू पोडियम फिनिश से चूक गए थे.