टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाने वाले युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज स्वदेश लौट चुके हैं। अपने गृह नगर हैदराबाद पहुंचते ही सिराज सीधे कब्रिस्तान पहुंचे। यहां आकर वह काफी भावुक हो गए। अपने पिता मोहम्मद गौस की कब्र पर फूल चढ़ाकर सिराज ने उन्हें याद किया।
करीब 69 दिनों बाद वतन लौटे सिराज अपने परिवार के साथ नजर आए। इस दौरान वह काफी खुश थे। जब सिराज के पिता का इंतकाल हुआ था तो वह ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थे। सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया और जनाजे में शामिल नहीं हो सके।
सिराज भले ही पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो सके मगर उन्होंने पिता के सपने को बखूबी साकार किया। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सिराज नें अपने पिता की याद में खूब आंसू बहाए। बार बार पिता को याद कर भावुक हो जाते थे। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सिराज ने सबसे अधिक 13 विकेट चटकाए।
ब्रिस्बेन टेस्ट के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच विकेट लेने वाले सिराज की मैच के बाद आंखें भर आईं। अपने टेस्ट करियर में पहली बार उन्होंने पांच विकेट हॉल लिया। इस दौरान वह काफी भावुक हो गए थे। दिन का खेल खत्म होने के बाद सिराज ने कहा था, सबसे ज्यादा जो मुझे सपोर्ट करते थे वो मेरे पिता थे। उनका सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं और देश का नाम रौशन करूं। अब मेरा माइंडसेट यही है कि मैं उनके सपने को पूरा करते जाऊं। काश वो आज मेरे साथ होते तो बहुत खुश होते। उनकी दुआ थी जो आज मैंने पांच विकेट लिया। मैं निःशब्द हूं। इस प्रदर्शन के बारे में मैं कुछ बोल नहीं सकता है।’
बता दें कि पिछले साल नवंबर में सिराज के पिता का निधन हो गया था। इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए खेलने के सपने को पूरा करने के लिए तब ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया था। मगर अपनी जिंदगी के सबसे नाजुक मोड़ से गुजर रहे सिराज ने अपने पिता के सपने को साकार किया।