हिमाचल प्रदेश की सुंदरता का दीदार करने के लिए लोग अन्य राज्यों व देशों से आते हैं। दौड़भाग वाली जिंदगी से चंद दिनों की छुट्टी लेकर लोग पहाड़ों में सुकून की तलाश में आते हैं।
जिला लोक सम्पर्क अधिकारी मंजीत सिंह ने बताया कि शिमला आइस स्केटिंग के लिए बेहद उपयुक्त स्थान है। मौसम अन्य राज्यों से ठंडा ही रहता है। आइस स्केटिंग रिंक के लिए भी बिल्कुल सही है। शिमला सड़क, रेल और हवाई मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
आइस स्केटिंग करने दूर-दूर से आते हैं पर्यटक
आइस स्केटिंग का आनंद लेने के लिए पर्यटक दूर-दूर से शिमला आते हैं। ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से मौसम में काफी बदलाव आया है। आइस स्केटिंग को जीवित रखने के लिए ऑल वेदर आइस स्केटिंग रिंक आवश्यक है। ऑल वेदर आइस स्केटिंग रिंक बनने से आइस स्केटिंग के लिए मौसम पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
आइस स्केटिंग लोगों को रोमांचित करती है। आइस स्केटिंग में विभिन्न गतिविधियां होती हैं। फिगर स्केटिंग, स्पीड स्केटिंग और आइस हॉकी जो शिमला में पर्यटकों और स्थानीय लोगों को हर वर्ष सर्दी के मौसम में उपलब्ध रहती है।
बर्फ जमने का बेसब्री से रहता है इंतजार
सरकारी नौकरी से सेवानिवृत 60 वर्षीय राजेश गुप्ता ने बताया कि वह पिछले 2 साल से शिमला आइस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह हर वर्ष शिमला आइस स्केटिंग रिंक में बर्फ जमने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस उम्र में भी हर रोज कड़कड़ाती ठंड में यहां स्केटिंग करने आते हैं।
वन विभाग से सेवानिवृत जीडी नेगी ने बताया कि वह 1991 से लगातार हर साल आइस स्केटिंग कर रहे हैं। और वह शिमला आइस स्केटिंग क्लब के लाइफ मेंबर हैं। उन्होंने बताया कि आइस हॉकी को विश्व का सबसे तेज खेल माना जाता है। आइस स्केटिंग रिंक बनने से शिमला में आइस हॉकी और बेहतर हो जायेगा।
पर्यटन और आइस स्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत जिला प्रशासन
जिला प्रशासन शिमला पर्यटन और साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। नए सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। जिला शिमला में साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के उदेश्य से जिला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नारकंडा के समीप दोजा रोड पर आइस स्केटिंग रिंक बनाने को लेकर कार्य किया जा रहा है। आइस स्केटिंग रिंक के बन जाने से क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।