उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा कोतवाली इलाके में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत के मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। आज एक और नया खुलासा हुआ है। जिसके बाद पुलिस और एसआईटी की टीम और सतर्कता से जांच में जुट गई हैं।
दरअसल, जानकारी मिली है कि पीड़िता के घर एक संदिग्ध महिला रह रही थी। जिसे उसकी भाभी बताया जा रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संदिग्ध महिला घटना के दो दिन बाद ही गांव पहुंच गई थी। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।
पुलिस प्रशासन को अंदेशा है यह किसी संगठन से जुड़े लोग हो सकते हैं जो कि परिजनों को भ्रमित कर रहे हो। इसे लेकर भी पुलिस और एसआईटी जांच में जुटी है।
संदिग्ध महिला के घर में रहने का खुलासा उस वक्त हुआ जब पुलिस ने पीड़िता के घर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। बिटिया के घर पर सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर लगते ही कुछ कथित रिश्तेदार वहां से गायब हो गए हैं।
हाथरस के चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में 14 सितंबर को चार लोगों ने 19 साल की युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म किया था। जब बिटिया के साथ दरिंदगी हुई तब वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। जीभ में चोट लगी थी, रीढ की हड्डी टूटी थी। सुबह 11 बजे उसे हाथरस के जिला अस्पताल लाया गया, जहां से अलीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया।
22 सितंबर तक सामान्य तरीके से बिटिया का इलाज होता रहा, जबकि उसकी हालत काफी गंभीर थी। 23 सितंबर को बिटिया को वेंटिलेटर मिला। गंभीर हालत को देखते हुए 28 सितंबर को दिल्ली रेफर कर दिया गया।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़िता के भाई की तहरीर पर चार युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।