इजरायल और हमास के बीच भीषण युद्ध 7 अक्टूबर 2023 से जारी है। इस जंग को लगभग तीन महीने होने जा रहे हैं। इजरायली सेना ने बुधवार को गाजा पट्टी पर अपना हमला जारी रखा। वहीं, हमास के उप नेता की बेरूत में हत्या के बाद यह युद्ध लेबनान तक पहुंच गया है। इस बीच आम नागरिकों को फलस्तीन क्षेत्र के उत्तर में एक शरणार्थी शिविर छोड़ने के लिए कहा गया है।
हमास नेता की हत्या के बाद युद्ध बढ़ने की आशंका और तेज हो गई है। क्योंकि इजरायल ने न तो इसकी पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है कि उसने लेबनान की राजधानी बेरूत में ड्रोन हमले में सालेह अल-अरूरी को मौत के घाट उतार दिया।
जंग बढ़ने के आसार और तेज
मगर, इसी बीच इजरायली सेना के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इजरायली सेना किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसके अलावा सालेह अल-अरूरी की हत्या से इस बात के भी संकेत हैं कि हमास के कब्जे वाले वेस्ट बैंक, लेबनान-इजरायल बॉर्डर पर मौजूद हिजबुल्लाह सेना और यहां तक कि लाल सागर शिपिंग लेन जंग बढ़ सकती है।
इजरायल और हमारे बीच लड़ाई खुली है- हमास
दरअसल, बेरूत में रहने वाले 57 साल के सालेह अल-अरूरी हमास के पहले वरिष्ठ राजनेता नेता थे, जिनकी हत्या इजरायल ने 7 अक्टूबर के हमले के बदले में की है। हमास पोलित ब्यूरो के सदस्य होसाम बदरन ने एक बयान में कहा कि हम इजरायल से कहना चाहते हैं कि हमारे बीच लड़ाई खुली है।
इजरायल लगाता है अरूरी पर हमले करवाने का आरोप
इजरायल लंबे समय से सालेह अरूरी पर अपने नागरिकों पर हमले करवाने का आरोप लगाता रहा है। हमास के एक सैन्य अधिकारी के मुताबिक, अरूरी गाजा युद्ध के नतीजे और हमास के कब्जे वाले इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर कतर और मिस्र द्वारा आयोजित की गई बातचीत के केंद्र में थे।
हिजबुल्लाह ने इजरायल को चेतावनी दी
उधर हिजबुल्लाह प्रमुख सैय्यद हसन नसरल्लाह ने बेरूत में कसम खाते हुए इजरायल को लेबनानी धरती पर हत्या करने के खिलाफ चेतावनी दी है। गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से हिजबुल्लाह हमास का सहयोगी रहा है और उसे भारी मात्रा में हथियारों की सप्लाई करता रहा है।
इजरायल पर रोजाना गोलीबारी कर रहा हिजबुल्लाह
इसके अलावा हिजबुल्लाह लेबनान के दक्षिणी बॉर्डर पर इजरायल के खिलाफ रोजाना गोलीबारी कर रहा है। बता दें कि लेबनानी क्षेत्र में 100 से अधिक हिजबुल्लाह के लड़ाके और दो दर्जन नागरिक मारे गए हैं, साथ ही इज़राइल में कम से कम नौ इजरायली सैनिक मारे गए हैं।
इस तरह से अरूरी की हत्या के बाद यह युद्ध गाजा से होते हुए लेबनान तक पहुंच गया है।