बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, मेरा मानना है कि भारत में 4 रोटेटिंग राजधानियां होनी चाहिए। अंग्रेजों ने पूरे देश पर कोलकाता से शासन किया था। हमारे देश में केवल एक ही राजधानी क्यों होनी चाहिए। हम आज ‘देशनायक दिवस’ मना रहे हैं। रवींद्रनाथ टैगोर ने नेताजी को ‘देशनायक’ कहा था। क्या है ये ‘पराक्रम’?
ममता ने कहा, हम आजाद हिंद स्मारक का निर्माण करेंगे। हम बताएंगे कि यह कैसे किया जाता है। उन्होंने मूर्तियों के निर्माण और एक नए संसद परिसर में हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, जब नेताजी ने भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया, तो इसमें उन्होंने गुजरात, बंगाल, तमिलनाडु के लोगों सहित सभी को लिया। वह अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति के खिलाफ खड़े थे।
पदयात्रा के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, नेताजी सिर्फ इतिहास नहीं हैं। एक आवेग और संस्कृति हैं। नेताजी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय छुट्टी घोषित होनी चाहिए। नेताजी की पहचान सबसे परे है। नेताजी को सही मायने में जानने की जरूरत है। भारत की चार राजधानी होनी चाहिए। सबकुछ दिल्ली के पास ही क्यों होना चाहिए। नई पीढ़ी को नेताजी के बारे में पढ़ना चाहिए। नेताजी की मौत का रहस्य उजागर होना चाहिए। चुनाव में सरकार को बंगाल की याद आ रही है। देश के प्रति नजरिया बदलना होगा।