सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में कार्ल-गुस्ताफ एम4 विनिर्माण परियोजना को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही साब 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी पाने वाली भारत की पहले विदेशी रक्षा कंपनी बन गई है। कंपनी को इस बड़ी परियोजना के लिए 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी मिली है। यह स्वीडन के बाहर कार्ल-गुस्ताफ एम4 के लिए साब का पहला विनिर्माण संयंत्र है।
स्वीडन की प्रमुख रक्षा कंपनी साब ने सोमवार को कहा कि वह अगले साल तक हरियाणा स्थित संयंत्र में प्रसिद्ध कार्ल-गुस्ताफ एम-4 हथियार प्रणालियों का उत्पादन शुरू कर देगी। कंपनी को इस बड़ी परियोजना के लिए 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी मिली है।
सरकार ने पिछले साल दी थी मंजूरी
सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में कार्ल-गुस्ताफ एम4 विनिर्माण परियोजना को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही साब 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी पाने वाली भारत की पहले विदेशी रक्षा कंपनी बन गई।
3.6 एकड़ के परिसर में निर्माण हुआ शुरू
साब ने सोमवार को झज्जर में उत्पादन संयंत्र के निर्माण के लिए शिलान्यास समारोह आयोजित किया। इसके साथ ही कुल 3.6 एकड़ के परिसर में निर्माण शुरू हो गया है। यह स्वीडन के बाहर कार्ल-गुस्ताफ एम4 के लिए साब का पहला विनिर्माण संयंत्र है।
कार्ल-गुस्ताफ एम4 हथियार का उत्पादन करेगी कंपनी
साब ने 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी मिलने के बाद एक नयी कंपनी साब एफएफवीओ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। ये कंपनी नए विनिर्माण संयंत्र की मालिक है और कार्ल-गुस्ताफ एम4 हथियार का उत्पादन करेगी।
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