कोरोना वायरस की बीमारी का कहर जारी है. देश में बढ़ते कोरोना के मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. देश में कोरोना मरीजों की तादाद एक लाख 31000 के पार पहुंच चुकी है.
कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च में ही पीएम-केयर्स फंड बनाने का ऐलान किया था. सैन्य बलों ने इस फंड में एक दिन का वेतन देने की घोषणा की थी.
अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने एक साल तक हर महीने अपने वेतन से 50 हजार रुपये की धनराशि पीएम-केयर्स फंड में दान देने का फैसला किया है.
जनरल रावत ने इसके लिए वेतन और लेखा विभाग को पत्र भी लिखा था. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो जनरल रावत का अनुरोध मान लिया गया है. अप्रैल माह के उनके वेतन से 50000 रुपये की पहली किस्त काट भी ली गई है.
सूत्रों ने बताया कि जनरल रावत के वेतन से यह योगदान स्वैच्छिक है. यह सैन्य बलों की ओर से दिए गए एक दिन के वेतन से अलग है.
उन्होंने ये भी बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य और भारतीय तटरक्षक बल के पूर्व महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने भी कोरोना से लड़ने के लिए बनाए गए पीएम-केयर्स फंड में अपने वेतन का 30 फीसदी दान देने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों ने भी पीएम-केयर्स फंड में एक दिन का वेतन दान दिया था. यह धनराशि लगभग 500 करोड़ रुपये पहुंचती है.