राजधानी में सरकारी छात्रावास में मूक बधिर बच्ची से दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद सरकार भी एक्शन में आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्राओं के छात्रावासों की नियमित निगरानी के निर्देश दिए हैं। इन छात्रावासों का अब से हर माह निरीक्षण होगा।
मूक-बधिर बच्ची से दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह और पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला के साथ की अहम बैठक की। बैठक में सीएम ने छात्राओं के छात्रावासों की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए। इस तरह के निरीक्षण हर महीने होंगे। सभी छात्रावासों की सही मॉनिटरिंग हो ये सुनिश्चित किया जाएगा। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम सीधे छात्राओं से बात करेगी और उनकी तकलीफों और समस्याओं के बारे में चर्चा की जाएगी।
सरकार ने अनाथ आश्रम और बालिका छात्रावासों के लिए विशेष नियम बनाने का भी फैसला किया। सीएम ने कहा कि अब अनाथ आश्रमों और छात्रावासों को संस्थाओं के भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा।
भोपाल में सरकारी अनुदान प्राप्त छात्रावास में मूक बधिर से दुष्कर्म के मामले में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।