बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने राजगीर में भगवान बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों का विकास किया है। नालंदा जिले के राजगीर में विश्व शांति स्तूप के 55 वें वर्षगांठ समारोह में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध का राजगीर से गहरा संबंध था।
‘भगवान बुद्ध वेणुवन में रहा करते थे और फिर…’
मुख्यमंत्री ने कहा, “भगवान बुद्ध वेणुवन में रहा करते थे और फिर यहां से गया चले गये थे। भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के बाद ‘उत्तर प्रदेश के सारनाथ’ चले गए जहां उन्होंने पहला उपदेश दिया। उसके बाद वह पुनः राजगीर आये और वैशाली एवं अन्य जगहों पर गये।” उन्होंने कहा कि वेणुवन पहले अच्छी स्थिति में नहीं था, लेकिन अब पूरे क्षेत्र का पुनर्विकास किया गया है, जिसमें पहुंच पथ और सौंदर्यीकरण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा, “ घोड़ा कटोरा में तालाब के बीच में भगवान बुद्ध की 50 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके अलावा पटना में बुद्ध स्मृति पार्क और बुद्ध स्तूप का निर्माण किया गया है।”
मुख्यमंत्री ने विश्व शांति स्तूप की परिक्रमा की
मुख्यमंत्री ने विश्व शांति स्तूप की परिक्रमा की और राज्य में सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। कुमार ने कहा, “राजगीर में विश्व शांति स्तूप का निर्माण 1969 में जापान के फ्यूजी गुरुजी द्वारा किया गया था और इसका उद्घाटन उसी वर्ष 25 अक्टूबर को तत्कालीन राष्ट्रपति वी वी गिरि ने किया था।” इस अवसर पर मुख्यमंत्री को परम पावन दलाई लामा द्वारा भेजा गया उपहार भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने कुमार ने रोपवे के पास एक नवनिर्मित भवन का भी उद्घाटन किया।