आजकल चाइनीज फूड का प्रचलन काफी बढ़ गया है। छोटे-छोटे बच्चे और युवा ऐसे आहारों को काफी पसंद कर रहे हैं। बात चाहे लंच बॉक्स में स्पेशल रखने की हो या फिर कॉलेज कैंटीन में हलकी भूख मिटाने की, सभी जगह चाइनीज फूड को पंसद किया जाता है। अगर कोई पार्टी देने की भी बात करता है तो वहां भी आमतौर लोग चाउमीन और पिज्जा पार्टी करते हैं। लेकिन स्वाद के दीवाने शायद ये नहीं जानते है कि स्वादिष्ट चाइनीज फूड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। चाइनीज फूड में सोडियम की अधिक मात्रा और स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाने वाला अजीनोमोटो और सोया उत्पादों का इस्तेमाल शरीर के लिए धीमा जहर है। यह हमें कई तरह से बीमार कर सकता है।
हड्डियों को खोखला करता है
क्या आप जानते हैं, पिछले कुछ सालों से हमारी लत बन चुका चाइनीज फूड हमारी हड्डियों को खोखला कर रहा है। जीं हां चाइनीज फूड की हर आइटम में इस्तेमाल होने वाला अजीनोमोटो में कारसिनोजैनिक नाम का पदार्थ मौजूद होता है जो हमारी हड्डियों को खोखला कर रहा है।
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
चाइनीज फूड में मौजूद एमएसजी यानी मोनोसोडियम ग्लूटामेट की ज्यादा मात्रा से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और ऐसे लोग जो पहले से ही हाइपरटेंशन के शिकार हैं उनके लिए और परेशानी बढ़ सकती है।
दिमाग पर असर
चाइनीज फूड में मौजूद अजीनोमोटो के कारण, सेवन करने वालों को इसके स्वाद के कारण लत पड़ जाती है। और बार-बार भूख लगने लगती है। इस तरह से दिमाग की नसें उत्तेजित होकर न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ा देती है। और सिर-दर्द, व्यवहार में बदलाव, हृदय की धड़कन बढ़ने जैसी समस्याएं देखने को मिलती है।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी
सोया फाइटेट का एक समृद्ध स्रोत है, यह एक एंजाइम है जो मानव पाचन तंत्र में मिनरल के अवशोषण को ब्लॉक कर देता है। जिससे पाचन तंत्र में गड़बड़ी आने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
दिल की बीमारी का खतरा
एमएसजी एक प्रकार का प्रिजर्वेटिव है, जिसका इस्तेमाल चाइनीज फूड का फ्लेवर बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसमें सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से दिल पर असर हो सकता है। इसकी वजह से हार्ट बीट तेज हो सकती है, कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है और चेस्ट पेन होने की आशंका भी रहती है।
अन्य समस्याएं
एमएसजी दूसरे फ्लेवर जैसे मुख्यतः नमक और चीनी के साथ मिलकर काम करता है और उमामी फ्लेवर को सक्रिय कर आपके टेस्ट को बढ़ाता है। लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से शुरुआत में सिर दर्द, मुंह पर लाली, पसीना, सुन्न होना, चेहरे पर दबाव, छाती पर दर्द, उलटी और कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ अध्ययन से पता लगा कि इसके सेवन से बच्चों के दिमाग और आंख पर भी असर पड़ता है।