29 मई को कर्नाटक और महाराष्ट्र के ट्रैकरों का एक 22 सदस्यीय दल सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर गया था। जिसके बाद दल वहां ठंड होने के कारण फंस गया था।
उत्तरकाशी जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित सहस्त्रताल ट्रैकिंग रूट पर हुए हादसे की मजिस्टीरियल जांच होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव ने जांच के आदेश दिए हैं।
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय को जांच अधिकारी बनाया गया है। मुख्य सचिव ने पांडेय को शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। 29 मई को कर्नाटक और महाराष्ट्र के ट्रैकरों का एक 22 सदस्यीय दल सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर गया था। दो जून को दल कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा। इनमें से 20 ट्रैकर्स तीन जून को सहस्त्रताल ट्रैक पर घने कोहरे और बर्फबारी में फंस गए थे।
मौसम बिगड़ने के बाद रास्ता भटकने के कारण नौ ट्रैकरों की मौत हो गई, जबकि 13 ट्रैकर्स को एसडीआरएफ, आईटीबीपी और एयरफोर्स की मदद से बचा लिया गया। मुख्यमंत्री ने हादसे की जांच कराने के निर्देश दिए। बृहस्पतिवार को मुख्य सचिव ने हादसे की मजिस्टीरियल जांच के आदेश जारी किए।
हादसे पर बनाए रखी नजर, डीएम से लेते रहे अपडेट
इस हादसे पर मुख्यमंत्री धामी लगातार नजर बनाए रहे। उन्होंने उत्तरकाशी के डीएम से घटना और रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध लगातार अपडेट लिया। घटना की सूचना मिलते ही सीएम के निर्देश पर रातोंरात वायुसेना से लेकर निजी एजेंसियों के हेलिकॉप्टर जुटाए गए और बचाव अभियान चलाया गया।
इस जटिल और अत्यंत चुनौतीपूर्ण अभियान को तेजी से संचालित करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी लोगों, विभागों और संगठनों ने पूरा प्रयास किया। इससे हादसे में जीवित सभी व्यक्ति को सुरक्षित निकालने में सफलता मिली।
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री