देशभर में कोरोना के बढ़ते रिकॉर्ड मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस साल सीबीएसई की 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं की बोर्ड परीक्षा टालने का फैसला किया है। केंद्र के इस फैसले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अपनी खुशी जताई है।
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं खुश हूं कि सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द/टाल दी गई हैं। यह लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है।’ बता दें कि केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि सीबीएसई की परीक्षाओं के दौरान स्कूल सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं इसलिए परीक्षाएं रद्द करा देनी चाहिए।
सिर्फ दिल्ली ही नहीं महाराष्ट्र सरकार व अन्य नेताओं ने भी अपील की थी कि सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द की जाएं। इससे उन लाखों बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत मिली है जो कोरोना के भय के बीच परीक्षा देने का दबाव बीते कई दिन से झेल रहे थे।
शिक्षा मंत्री के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री ने दोहराया कि छात्रों की भलाई सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छात्रों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके शैक्षणिक हितों को नुकसान भी न पहुंचे। महामारी और स्कूल बंद होने की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, और छात्रों की सुरक्षा और कल्याण को ध्यान में रखते हुए निम्नानुसार निर्णय किए गए हैं …
चार मई से 14 जून, 2021 तक आयोजित होने वाली कक्षा 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। इन परीक्षाओं को बाद में आयोजित किया जाएगा।
बोर्ड द्वारा एक जून 2021 को स्थिति की समीक्षा की जाएगी और विवरण साझा किया जाएगा। परीक्षाओं की शुरुआत की सूचना कम से कम 15 दिन पहले दे दी जाएगी।
वहीं, 10वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम सीबीएसई की ओर से तैयार की जाने वाली असेसमेंट पद्धति से किया जाएगा।
अगर कोई विद्यार्थी मूल्यांकन के तहत मिले अंकों से संतुष्ट नहीं होता है तो उसे परीक्षा में बैठने के लिए एक मौका दिया जाएगा। परीक्षा परिस्थितियां अनुकूल होने पर आयोजित की जाएगी।