NEW DELHI: शिमला मिर्च को अन्य सब्जियों में मिलाकर न सिर्फ सब्जियों की रंगत बेहतर की जाती है बल्कि इसे अन्य सब्जियों में बतौर सहायक मिलाने पर सब्जियों का जायका भी जबरदस्त हो जाता है।
मजे की बात ये भी है कि आदिवासी अंचलों में इसे अनेक हर्बल नुस्खों के तौर पर भी उपयोग में लाया जाता है। यहाँ तक कि आधुनिक विज्ञान भी इसके औषधीय गुणों के भरपूर पैरवी करता है। हमारे हर्बल साइंस एक्सपर्ट डॉंक्टर दीपक आचार्य ने हमें शिमला मिर्च के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
कॉलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल करे शिमला मिर्च को आदिवासी कोलेस्ट्राल कम करने के अति उत्तम मानते हैं। आधुनिक शोधों से ज्ञात होता है कि शिमला मिर्च शरीर की मेटाबोलिक क्रियाओं को सुनियोजित करके ट्रायग्लिसेराईड को कम करने में मदद करती है।
हॄदय और सांस की समस्याओं में फायदेमंद आधुनिक शोधों के अनुसार शिमला मिर्च में बीटा केरोटीन, ल्युटीन और जिएक्सेन्थिन और विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते हैं। शिमला मिर्च के लगातार सेवन से शरीर बीटा केरोटीन को रेटिनोल में परिवर्तित कर देता है, रेटिनोल वास्तव में विटामिन ए का ही एक रूप है। इन सभी रसायनों के संयुक्त प्रभाव से हॄदय की समस्याओं, ओस्टियोआर्थरायटिस, ब्रोंकायटिस, अस्थमा जैसी समस्याओं में जबरदस्त फायदा होता है।
वज़न कम करने में मददगार पातालकोट के आदिवासी हर्बल जानकारों के अनुसार शिमला मिर्च वजन कम करने के लिए एक बेहतर उपाय है। वसा और कार्बोहाईड्रेड्स की कम मात्रा के पाए जाने के कारण यह शरीर के लिए उत्तम होती है।
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