IPL की नीलामी में जगह नहीं मिलने के बाद टीम इंडिया के तेज गेंदबाज श्रीसंत ने अपने प्रदर्शन से सभी को करारा जवाब दिया है। विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे श्रीसंत ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार शुरुआत की है। घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला के तीसरे दिन उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट हासिल किए।
38 वर्षीय श्रीसंत ने एलूर में चल रहे इलीट ग्रुप-सी के दूसरे राउंड के मुकाबले में उत्तर प्रदेश के खिलाफ धारधार गेंदबाजी करते हुए पांच खिलाड़ियों का शिकार किया। उन्होंने आखिरी ओवर में दो खिलाड़ियों को आउट करने के साथ ही अपने पांच विकेट पूरे किए। उनकी इस गेंदबाजी के दम पर केरल की टीम ने उत्तर प्रदेश को 50 ओवर से पहले ही रोक दिया और 283 रन पर ही ढेर कर दिया। श्रीसंत के अब इस टूर्नामेंट में दो मैचों में सात विकेट हो चुके हैं।
बता दें कि आईपीएल के 14वें सीजन के लिए होने वाली नीलामी में किसी भी फ्रैंचाइजी ने श्रीसंत को शॉर्टलिस्ट नहीं किया। जबकि 18 फरवरी को चेन्नई में हुई नीलामी के लिए केरल के 38 वर्षीय गेंदबाज ने अपनी न्यूनतम कीमत 75 लाख रुपये रखी थी। इसके बाद श्रीसंत ने पंजाब किंग्स की मालकिन प्रीति जिंटा से उन्हें मौका देने का अनुरोध किया था, जो काम नहीं आया।
बात करें दो बार विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे श्रीसंत की तो उन्हें बीसीसीआई ने 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में बैन कर दिया था। उन्होंने आखिरी बार भारतीय टीम का 2011 में प्रतिनिधित्व किया था। सात साल के लंबे अंतराल के बाद पिछले साल 13 सितंबर को उनका बैन खत्म हुआ और वे फिर से खेलने के योग्य हुए।
बैन से पहले श्रीसंत 2007 में टी-20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। गेंदबाज के रूप में उनका करियर मिला-जुला रहा था। उन्होंने 90 एकदिवसीय मैचों में कुल 169 विकेट चटकाए इसमें 87 विकेट उन्होंने टेस्ट में और 75 वनडे क्रिकेट में लिए थे।