-वाहन को नजर दोष से बचाने के लिए एक चुनरी को मां काली के चरणों में स्पर्श करवाकर वाहन दुपहिया के हैंडल में तथा मोटर कार के स्टीयरिंग में बांध दें।
-वाहन के आगे-पीछे दोनों काली चोटियां लटका दें। बड़े वाहन के पीछे दोनों ओर राक्षसों की आकृतियां बनवाकर बीच में लिखवा दें ‘बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला’।
-यदि आप के वाहन से आए दिन छोटी-छोटी घटनाएं होती रहती हैं तो मूनस्टोन के साथ मूंगा धारण करें।
-शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार को लाल रेशमी वस्त्र में 8 सूखे छुआरे प्रभु का स्मरण कर प्लास्टिक की थैली में डालकर वाहन में रखें।
-जब भी वाहन लेकर घर से निकलें तो मन ही मन इस वाक्य को बोलें- ‘प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राखी कोसलपुर राजा’। इससे कोई भी दुर्घटना नहीं होगी।
-यदि कोई नया वाहन लिया है अथवा आपके साथ बार-बार दुर्घटना होती है तो आप शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को नए लाल वस्त्र पर श्री हनुमान यंत्र को स्थान दें, फिर यंत्र के समक्ष लाल आसन पर विराजमान होकर हनुमान जी से अपनी रक्षा के लिए निवेदन करें। साथ ही निम्न मंत्र की एक माला का जाप करें।
”ऊं मारुतात्मय नम:, हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा, ऊं क्लीं रं रं मारुते रं रं जं जं उं जं उं जं उं ”
तत्पश्चात यंत्र को अपने वाहन में कहीं स्थापित कर दें।
-निम्न मंत्र को ग्यारह बार जपकर ही अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करें:
”पंथान सुपथा रक्षेत मार्ग क्षेमकरी तथा राजद्वारे महालक्ष्मिर्विजया सर्वत: स्थिता”।
-कोशिश करें कि घर से चीनी मिला दही खाकर ही वाहन लेकर निकलें।
-मार्ग में यदि भैरव मंदिर दिखाई पड़े तो वहां दो अगरबत्ती अवश्य जलाएं और फिर उन अगरबत्ती का धुआं अपने वाहन को अवश्य दें।
-जब भी लंबी यात्रा पर जाएं तो हनुमान जी के दाएं पैर पर लगा सिंदूर का टीका मस्तक पर अवश्य लगाएं।