केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश के मामले में केस दर्ज किया है.सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के रहने वाले अतुल कुमार और जगमोहन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने दाखिला देने और फ्रेंचाइजी बांटने की आड़ में कथित तौर पर पैसे ऐंठने की मंशा से एक वेबसाइट शुरू की.
इस मामले में आरोप है कि उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ लोगों ने भोले-भाले आवेदकों से पैसे ऐंठने के लिए ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ नाम की वेबसाइट शुरू की थी.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने फर्जी संस्था से जुड़ी शिकायत जांच के लिए सीबीआई को भेजी और कहा कि ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ नाम की यह संस्था प्रधानमंत्री का नाम लेकर लोगों के साथ धोखा कर रही है.
सूत्रों ने बताया कि ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एनएमसीएसएम डॉट के ये दावे कथित तौर पर गलत है कि यह एक स्वायत्त कॉरपोरेट संस्था है, जिसका पंजीकृत कार्यालय दिल्ली में है और डोएक सोसाइटी से मान्यता प्राप्त है.
बहरहाल, वेबसाइट प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर रही और साफ तौर पर कह रही है कि नगद में भुगतान नहीं किया जाए.
शिकायत में कहा गया, ‘भारत के प्रधानमंत्री के नाम का गलत इस्तेमाल करके अपने निजी फायदे के लिए मासूम लोगों से पैसे ऐंठने की गलत मंशा से अतुल कुमार, जगमोहन सिंह और अन्य अज्ञात लोगों की उपरोक्त फर्जीवाड़े वाली हरकत पर प्रथम दृष्टया आईपीसी की धारा 120-बी, धारा 420 के साथ पढ़ने पर, और सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा 66-डी के तहत दंडनीय अपराध का पता चलता है.’
शिकायत के मुताबिक, यह एक ऑनलाइन फर्जीवाड़ा है और डिमांड ड्राफ्ट के जरिए पैसे स्वीकार करने के पहलू की गहन जांच करने की जरूरत है ताकि आरोपियों की ओर से की गई आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हो सके.
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा, ‘सीबीआई ने दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये आरोप ‘नरेंद्र मोदी कंप्यूटर साक्षरता मिशन’ की फ्रेंचाइजी देकर आम लोगों को धोखा देने और फर्जीवाड़ा करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का गलत इस्तेमाल करने से जुड़े हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इससे पहले, उक्त वेबसाइट बनाने के बाबत की गई शिकायत पर एक प्रारंभिक जांच शुरू की गई थी.’